भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर अन्ना हजारे का धरना प्रदर्शन जारी है. जंतर मंतर पर उन्होंने बुधवार को कहा कि मैं अनशन करके नहीं मरूंगा बल्कि समाज और देश के लिए लड़ते हुए मरूंगा. अन्ना ने कहा कि मैं हार्ट अटैक से नहीं सेवा करते हुए मरूंगा.
अन्ना ने कहा, 'आज (बुधवार) शाम 8-10 लोग बैठकर आंदोलन की रणनीति बनाएंगे. कैसा विकास हो रहा है? किसान की झोपड़ी वही है जबकि सत्ता के दलालों की 15-20 मंजिल की बिल्डिंग बनती जा रही है. देशभर में पदयात्रा का खाका तैयार हो रहा है. देश में एकसाथ जेल भरो आंदोलन होगा. तब सरकार का दिमाग ठिकाने पर आ जाएगा. शराब के नशे से सत्ता का नशा ज्यादा खतरनाक है. ये सरकार नहीं सुधरी तो इसे भी कहेंगे जाओ चले जाओ.'
अन्ना ने कहा, 'भूमि अधिग्रहण अध्यादेश 70 फीसदी किसानों का गला घोटने वाला है. सरकार को चिंता करोड़पतियों की है ना कि किसानों की. गांव-गांव में पदयात्रा करो और ऑर्डिनेंस के बारे में जगाओ सबको जो खेतों में काम कर रहे हैं. अध्यादेश के खिलाफ कोई अदालत में नहीं जा सकता ये तो जुल्म है.'
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए अन्ना ने कहा, 'सरकार 9 महीने में भ्रष्टाचार का नाम नहीं ले रही है. जनलोकपाल की चर्चा ही नहीं की. काला धन, जनलोकपाल और सत्ता का विकेंद्रीकरण पर दिशा भूल गई सरकार. ग्राम सभा लोकसभा और विधानसभा से ऊंची है. भूमि अधिग्रहण बिल पर सरकार की छवि धूमिल हुई है. अध्यादेश इतना ही अच्छा है तो आंदोलनकारी और पदयात्री पागल हैं क्या? सरकार दिशा भ्रमित कर रही है. कालाधन वापस क्यों नहीं आया, सबके अकाउंट में 15 लाख रुपये क्यों नहीं आए? अभी तक तो 15 रुपये भी नहीं आए.'