नोटबंदी के बाद बैंक के साथ-साथ एटीएम के बाहर लंबी कतार ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है. कई ऐसे एटीएम हैं जिनमें कैश न होने की वजह से लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ता है. एटीएम के बाहर लंबी कतार से बचने के लिए लोग अब मोबाइल ऐप का सहारा ले रहे हैं. लेकिन इन ऐप की असलियत क्या है?
ऐसे मोबाइल एप्लीकेशन यूजर को आसपास मौजूद एटीएम में कैश है या नहीं इसकी जानकारी देने का दावा करते हैं. लेकिन गलत जानकारी की वजह से लोगों का कनफ्यूजन बढ़ गया है. 8 तारीख को नोटबंदी के एलान के बाद से ही ऐसे कई एप्लीकेशन बाजार में आ चुके हैं. इनका इस्तेमाल ऐसे लोग ज्यादा करते हैं जो दफ्तर या अपने काम में फंसे होने की वजह से एटीएम की लाइन में नहीं लग पाते.
विक्की नाम का एक युवा ऐसे ही एक मोबाइल एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते हुए कई एटीएम के चक्कर काट चुका है. 'आज तक' ने विक्की से जब बात की तो पता चला की एप्लीकेशन गलत जानकारी दे रहा है. हैरानी की बात ये है कि विक्की दिव्यांग है. दिक्कत न हो इस वजह से विक्की घर से अपने मोबाइल से जानकारी लेकर निकला था, लेकिन कई एटीएम में कैश होने की जानकारी गलत निकली.