वित्त मंत्री अरुण जेटली ने डीडीसीए घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी ने लगाए सभी आरापों को सिरे से खारिज किया है. गुरुवार को पहले ब्लॉग और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए उन्होंने अरविंद केजरीवाल की सरकार की नीयत पर सवाल खड़े किए हैं. जेटली ने कहा कि केजरीवाल जांच में घिरे अपने चहेते अधिकारी की ढाल बन रहे हैं.
जेटली ने कहा कि अरविंद केजरीवाल झूठ बालने में भरोसा रखते हैं और बदनामी फैलाते हैं. लेकिन अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब झूठ बोलना नहीं है. जेटली ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'दिल्ली में आप की सरकार कठघरे में खड़ी है. सीबीआई ने एक अधिकारी को सर्च किया, दिल्ली सरकार को उस पर आपत्ति नहीं थी. लेकिन जब सीएम के अधिकारी पर जांच होती है तो सिर्फ इसलिए संघीय ढांचे को खतरा पहुंच गया.'
सीएम की भाषा पर उठाए सवाल
बीते दिनों अपने प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर में सीबीआई की छापेमारी के बाद तिलमिलाए केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कायर और मनोरोगी बता दिया था. इस ओर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा, 'कोई सीएम देश के पीएम के खिलाफ ऐसी भाषा बोले क्या यह संघीय ढांचे के खिलाफ नहीं है.'
जेटली ने कहा, 'मैं नीतीश कुमार और ममता बनर्जी से अपील करता हूं कि वो देखें कि कहीं इस इंसान ने उन्हें मिसलीड तो नहीं किया है. क्या बाकी मुख्यमंत्री इस बात का समर्थन करेंगे कि कोई सीएम या केंद्र ऐसी भाषा का इस्तेमाल करे.'
प्रॉपेगेंडा कर रहे हैं केजरीवाल
वित्त मंत्री ने कहा कि केजरीवाल प्रॉपेगेंडा कर रहे हैं . दिल्ली सीएम अपने अफसर का भ्रष्टाचार छिपा रहे हैं. जेटली ने आगे कहा, 'ये लोग भ्रष्टाचार के साथ खड़े हाते हुए रंगे हाथों पकड़े गए हैं इसलिए बार-बार मेरा नाम ले रहे हैं. वो डीडीसीए के बहाने सचिवालय से लोगों का ध्यान हटा रहे हैं.'
आरोपों पर दी सफाई
जेटली ने कहा, 'आम आदमी पार्टी की ओर से लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं. दिल्ली में 40 हजार लोगों की क्षमता वाला स्टेडियम 114 करोड़ रुपये में बना. इस स्टेडियम को पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग वाली कंपनी ईपीआईएल से टेंडर के माध्यम से बनवाया गया.'
'यूपीए के कार्यकाल की जांच रिपोर्ट'
जेटली ने अपनी ही पार्टी के सांसद कीर्ति आजाद का नाम लिए बना कहा, 'एक सांसद बार-बार हम लोगों के खिलाफ लिखते हैं. जब प्रतिपक्ष में था तो यूपीए सरकार को लिखा. यूपीए सरकार ने जांच बिठा दी. 21 मार्च 2013 को आई उस जांच की रिपोर्ट पढ़ ली जाए. रिपोर्ट में साफ लिखा है कि प्रक्रिया में कुछ तकनीकी गड़बड़ियां हुईं, लेकिन कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ.'
जांच से क्यों भाग रहे हैं जेटली: केजरीवाल
दूसरी ओर, अरुण जेटली की प्रेस कॉन्फ्रेंस के ठीक बाद अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर के जरिए अरुण जेटली पर पलटवार किया है. केजरीवाल ने एक के बाद एक तीन ट्वीट में लिखा, 'जेटली के खिलाफ गंभीर आरोप लगे हैं. वह जांच से क्यों भाग रहे हैं. निष्पक्ष जांच के लिए जरूरी है कि वो अपने पद से इस्तीफा दें.'
Allegations against Jaitley ji r v v serious. Amounts involved r huge. He shud either resign or be removed to enable independent probe
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 17, 2015
If Jaitley ji were let off without investigations on basis of his press denial, then shud all coal n 2G accused also be similarly let off?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 17, 2015
Can Jaitley ji's denial in press be taken as gospel truth? V serious allegations against him. Why is he running away from investigations?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 17, 2015
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह ने भी वित्त मंत्री पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा, 'वित्त मंत्री जुमलेबाजी करके देश को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.'