दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर एक बार फिर सियासी घमासान मचा हुआ है. मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जहां बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली में मंगलवार को ही सरकार बनेगी, वहीं 'आप' के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में सरकार बनी तो वह अड़ंगा जरूर लगाएंगे.
आजतक से खास बातचीत में अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली में बेईमानी से सरकार बनाने की कोशिश की जा रही है. बिना समर्थन के दिल्ली में सरकार कैसे बनेगी. बीजेपी आखिर चुनाव कराने से क्यों भाग रही है. सरकार बनी तो टांग अड़ाऊंगा.' केजरीवाल ने कहा कि एलजी नजीब जंग की चिट्ठी बीजेपी की सरकार बनाने की कवायद है.
सपोर्ट लेटर्स दिखाए बीजेपी
बीजेपी पर सरकार बनाने के लिए सांठगांठ का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्टिंग ऑपरेशन के जरिए उन्होंने बीजेपी की सरकार बनाने को लेकर जोड़-तोड़ की राजनीति का पर्दाफाश किया है. केजरीवाल ने कहा, 'बीजेपी सरकार बनाना चाहती है तो एलजी पहले उसे सपोर्ट लेटर्स दिखाने को कहें. स्टिंग ऑपरेशन में हमने बीजेपी की जोड़-तोड़ दिखा दी. एलजी, गृह मंत्री और सरकार सब बीजेपी की हैं. एलजी की चिट्ठी बीजेपी की सरकार बनाने की कवायद है. दिल्ली में बेईमानी से सरकार बनाने की कोशिश की जा रही है.'
राष्ट्रपति शासन की उम्मीद नहीं थी
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से खुद के इस्तीफे पर खेद जताते हुए कहा, 'इस्तीफा देना हमारी गलती थी. हमने पूर्ण बहुमत की आस में इस्तीफा दिया था. हमें राष्ट्रपति शासन की उम्मीद नहीं थी. बदलाव करने में कांग्रेस ने हमारा साथ नहीं दिया.'
गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली विधानसभा भंग करने पर आम आदमी पार्टी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 4 हफ्ते तक के लिए टाल दी गई है. अगली सुनवाई 10 अक्टूबर को होगी. इस दौरान कोर्ट से बाहर निकलने के बाद भी केजरीवाल ने एलजी नजीब जंग पर निशाना साधा था.
दिल्ली में सरकार पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टली
केजरीवाल ने कहा था, 'उप राज्यपाल ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि बीजेपी को दिल्ली में सरकार बनाने का न्योता दिया जाना चाहिए. बीते दिसंबर में उप राज्यपाल को लिखी चिट्ठी में बीजेपी ने कहा था कि वो दिल्ली में सरकार नहीं बनाना चाहती है. उसके बाद बीजेपी ने उप राज्यपाल को कोई चिट्ठी नहीं भेजी है और न ही बीजेपी ने उस चिट्ठी को वापस लिया है. ऐसे में किस आधार पर उप राज्यपाल बीजेपी को सरकार बनाने के लिए न्योता दे रहे हैं. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसा लगता है कि उप राज्यपाल बीजेपी के लिए 'बैटिंग' कर रहे हैं.'