एम्स के मुख्य निगरानी अधिकारी संजीव चतुर्वेदी को हटाए जाने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री पर हमला तेज करते हुए आम आदमी पार्टी ने हषर्वर्धन को तुरंत बर्खास्त करने या इस्तीफा देने की मांग की है.
'आप' के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि चतुर्वेदी को इसलिए हटाया गया कि उन्होंने एम्स में प्रशासन उपनिदेशक पद पर तैनात हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के भ्रष्टाचार को उजागर किया. केजरीवाल ने कहा, 'एक ईमानदार अधिकारी को हटाने के लिए हषर्वर्धन को तुरंत बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए या उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. चतुर्वेदी ने जिस आईएएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की थी वह बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता के नजदीकी हैं. चतुर्वेदी ने आईएएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी इसलिए सीबीआई उनके खिलाफ मामले दर्ज कर सकती है. इन मामलों के कारण आईएएस अधिकारी राज्य में मुख्य सचिव नहीं बन सकते.'
उन्होंने कहा, 'बीजेपी नेता ने चतुर्वेदी के खिलाफ कई बार शिकायत की, लेकिन उनकी शिकायतों की जांच कर उन्हें खारिज कर दिया गया.' केजरीवाल ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हषर्वर्धन का यह तर्क गलत है कि चतुर्वेदी की नियुक्ति के लिए मुख्य सतर्कता आयोग की मंजूरी जरूरी है, क्योंकि एम्स उन सरकारी संस्थानों की सूची में शामिल नहीं है जहां सीवीओ की नियुक्ति के लिए सीवीसी की मंजूरी जरूरी है.
केजरीवाल ने कहा, 'अगर सीवीसी की मंजूरी वास्तव में मुद्दा थी तो मंत्री सीवीसी से संपर्क कर सकते थे और एक ईमानदार अधिकारी को हटाने के बजाए मंजूरी हासिल कर सकते थे. अच्छी मंशा एवं इच्छाशक्ति होनी चाहिए.' आप नेता ने कहा कि हरियाणा कैडर के भारतीय वन सेवा के अधिकारी को सीवीओ पद से पहले दिन से ही हटाने के प्रयास चल रहे थे.