केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू के बयान पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पटवार किया है. वेंकैया नायडू ने कर्जमाफी को फैशन कहा था. केजरीवाल ने कहा है कि किसानों की कर्जमाफी को फैशन कैसे माना जा सकता है? देश का किसान मुश्किल दौर से गुजर रहा है और कर्जमाफी से उसे मदद मिलती है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने नायडू के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देशभर में किसानों की बदहाली की खबरें सामने आ रही हैं. ये देश के किसान की सच्चाई बताती है. वो खेती के लिए लिया गया कर्ज वापस करने की हालत में नहीं हैं. ऐसे में सरकार का फर्ज बनता है कि कर्ज माफ करके किसानों को राहत दे.
केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर नायडू के बयान के बहाने तंज भी कसा और कहा कि अकेले उत्तर प्रदेश के किसानों पर 36 हज़ार करोड़ का कर्ज है. इसे माफ करना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. जबकि कुछ बड़े-बडे़ लोगों के हजारों करोड़ के कर्जे माफ कर दिए गए. केजरीवाल ने इशारों इशारों में ही विजय माल्या के कर्ज का का भी हवाला दिया और कहा कि कर्ज माफी को फैशन बताना सरासर गलत है. यह किसानों की जरूरत है.
गौरतलब है कि केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने अपने एक बयान में कहा था कि किसानों का कर्ज माफी अब देश में एक फैशन सा बन गया है. ऐसा बहुत ही कठिन परिस्थिति में होना चाहिए, लेकिन अब राज्य सरकारें किसानों का कर्ज माफ करने में लगी हैं.