बिजली-पानी के मुद्दों पर केजरीवाल का उपवास सातवें दिन भी जारी है. अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वो उपवास नहीं तोड़ेंगे. क्योंकि करप्शन की वजह से बिजली पानी के बिल बढ़े हैं. उन्होंने शुक्रवार को शीला दीक्षित को इस मुद्दे पर बहस की भी चुनौती दी.
आध्यात्मिक गुरु श्री-श्री रविशंकर ने केजरीवाल से उपवास खत्म करने की अपील की है. इस बीच अन्ना हजारे ने भी केजरीवाल को अनशन तोड़ने के लिए कहा है. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि केजरीवाल को अपना अनशन तोड़ देना चाहिए. अगर हम मर भी जाते हैं तो राजनेताओं को कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
केजरीवाल को लगातार लोगों का समर्थन मिल रहा है. तीन लाख 75 हजार लोगों ने बिजली के बिल नहीं भरने के पत्र पर हस्ताक्षर किया है. हालांकि केजरीवाल की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी. उन्होने पानी की मात्रा बढ़ा दी, जिससे हालत थोड़ी सुधरी है. शुरू में उनका कीटोन लेवल चार था, लेकिन शुक्रवार ये घटकर दो तक पहुंच गया.
पूर्व चुनाव आयुक्त जेएम लिंग्दोह, पूर्व एडमिरल रामदास, जस्टिस वीआर कृष्णा अय्यर, नॉलेज कमिशन पूर्व चेयरमैन पीएम भार्गव जैसी हस्तियों ने उनका समर्थन किया है.
दिल्ली की सियासत के लिए ये खास वक्त है. 'आप' के संयोजक अरविंद केजरीवाल इस वक्त की कीमत पहचानते हैं. तभी वो लगातार सातवें दिन उपवास पर हैं. अन्न को छुए बगैर वो जनता के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं.
बढ़ते बिजली और पानी के बिल ऐसा मुद्दा जो दिल्ली की के बड़े हिस्से को छू रहा है. जनता को घरों से निकलने पर विवश कर रहा है. तभी तो केजरीवाल डटे हुए हैं. क्योंकि जैसे जैसे वक्त बीत रहा है. सेहत गिर रही है. जनता पर भी जादुई असर हो रहा है. लोगों की भीड़ बढ़ रही है और अरविंद केजरीवाल सत्ता में बैठी शीला दीक्षित को अपनी ताकत का अहसास भी करा पा रहे हैं.
दिल्ली में विधानसभा चुनाव इस साल के आखिर में है और केजरीवाल तबतक दिल्ली के हर कोने में अपनी पार्टी की पहुंच बना लेना चाहते हैं. ताकि जब चुनाव का ऐन वक्त आए तो बड़ी लड़ाई पूरी ताकत से लड़ी जा सके.