मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि यह कैंपेन आगामी 1 सितंबर से शुरू हो जाएगा, जिसमें लोग जांच करेंगे कि उनके घर के आसपास कहीं डेंगू का मच्छर तो नहीं पनप रहा है. जागरूकता कैंपेन के ऐलान के साथ ही मुख्यमंत्री ने 2015 से 2019 तक के डेंगू और चिकनगुनिया के आंकड़े भी पेश किए.
उन्होंने दावा किया कि मात्र चार साल में दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप 80 फीसदी तक कम हुआ. आंकड़ों के मुताबिक 2015 में 15,867 केस, 60 मौतें हुई जबकि 2018 में 2,798 मामले सामने आए, वहीं 4 लोगों की मौत हुई.
दिल्ली सचिवालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केजरीवाल ने कहा, 'डेंगू और चिकनगुनिया से निजात पाने के लिए 1 सितंबर से एक व्यापक अभियान शुरू किया जाएगा. इस अभियान का नाम रखा जाएगा दस हफ्ते, दस बजे, दस मिनट. हर रविवार, डेंगू पर वार. हम दिल्ली के सभी लोगों से अपील कर रहे हैं कि आपको हर संडे को दस बजे केवल दस मिनट देने हैं. दस मिनट से ज्यादा नहीं लगते. केवल आपको अपने घर की चेकिंग करनी है.'
अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'डेंगू का मच्छर केवल साफ पानी में होता है. साफ पानी अगर थोड़े दिन के लिए इकट्ठा हो जाए और उसको बदला न जाए तो उस साफ पानी के अंदर डेंगू के अंडे पैदा होते हैं. वे अंडे 8 से 10 दिन के अंदर मच्छर में कन्वर्ट हो जाते हैं. अगर हम 8 दिन से पहले उस पानी को बदल दें और उस अंडे को नष्ट कर दें तो मच्छर पैदा ही नहीं होगा.
हर संडे को अपने घर की चेकिंग करने में दस मिनट से ज्यादा नहीं लगते. पूरे घर में जाकर देखना है कि कहीं गमले में, कूलर में, कोई छोटी जगह पानी तो जमा नहीं हो रहा. अगर हो रहा है तो उसको उड़ेल दें या बदल दें या कूलर आदि में कोई तेल डाल दें ताकि जो अंडे हैं वो सर्वाइव ना करें.'
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि वो खुद भी हर रविवार को दस बजे अपने घर की जांच करेंगे. इस कैंपेन में मुख्यमंत्री की तरह सभी मंत्री, विधायक और अधिकारी भी शामिल होंगे. साथ ही कैंपेन को दिल्ली के कोने-कोने में पहुंचाने के लिए रेजिडेंट वेलफेयर असोसिएशन और स्कूली बच्चों की मदद भी ली जाएगी.