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बीजेपी का केजरीवाल के शिक्षा मॉडल पर सवाल, कहा- जनता को धोखे में रख रही 'AAP' सरकार

हरीश खुराना ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर तंज कसते हुए कहा दिल्ली में भी कुछ इसी तरह की क्रांति की बात मनीष सिसोदिया और उनकी पूरी टीम करती थी, लेकिन जब क्लासरूम घोटाला सामने आया तो एक क्लासरूम को बनाने में 32 लाख रुपये की खर्च दिखाई गई. 

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BJP नेता हरीश खुराना- फाइल फोटो
BJP नेता हरीश खुराना- फाइल फोटो

अपने दिल्ली के शिक्षा मॉडल को लेकर देश भर में प्रचार कर रहे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर एक बार फिर भाजपा ने हमले तेज किया है. दिल्ली बीजेपी मंत्री और वरिष्ठ प्रवक्ता हरीश खुराना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि आज पंजाब में जिस स्कूल ऑफ एमिनेंस का उद्घाटन केजरीवाल ने किया है, उसके ब्यूटिफिकेशन में कुल 5.22 करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं. ये पंजाब की जनता के साथ धोखा है.

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'दिल्ली की जनता को धोखे में रखा गया'
दिल्ली भाजपा के मंत्री हरीश खुराना ने अरविंद केजरीवाल द्वारा आज पंजाब में पहले स्कूल ऑफ एमिनेंस के उद्घाटन पर सवाल उठाते हुए कहा कि शिक्षा क्रांति के नाम पर दिल्ली की जनता को धोखे में रखा गया. अब उसकी शुरुआत पंजाब में भी कर दी गई है. पहले से ही बेहतर चल रही स्कूलों का नवीकरण कर उसे अपनी उपलब्धि बताना केजरीवाल की पुरानी नीति है और दिल्ली की जनता इसे समझ चुकी है. इसलिए अब केजरीवाल पंजाब में अपनी इस नीति पर काम करने में लगे हैं.

नए और पुराने से तुलना
बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना ने स्कूल की पुरानी तस्वीरें और नई तस्वीरें दिखाते हुए कहा कि आज पंजाब में अमृतसर में अरविंद केजरीवाल ने जिस स्कूल को स्कूल ऑफ एमिनेंस का नाम देकर वाहवाही लूटने का प्रयास किया है, वह एक पुराना स्कूल है, लेकिन इस स्कूल के ब्यूटिफिकेशन में कुल 5.22 करोड़ रुपये खर्च किया गया जिसको दो टेंडरों में पास किया गया था. पहली बार में 3.24 करोड़ रुपये और दूसरी बार में 1.98 करोड़ रुपये में पास किया गया था और फिर इसका नाम बदलकर स्कूल ऑफ एमिनेंस रख दिया गया. अरविंद केजरीवाल सिर्फ शिक्षा क्रांति के नाम पर जनता को धोखा देने का प्रयास कर रहे हैं.

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मनीष सिसोदिया पर निशाना
हरीश खुराना ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर तंज कसते हुए कहा दिल्ली में भी कुछ इसी तरह की क्रांति की बात मनीष सिसोदिया और उनकी पूरी टीम करती थी, लेकिन जब क्लासरूम घोटाला सामने आया तो एक क्लासरूम को बनाने में 32 लाख रुपये की खर्च दिखाई गई. 

उन्होंने कहा कि दिल्ली  के 193 स्कूलों में 2405 क्लासरूम के निर्माण में 1300 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया. पीडब्ल्यूडी ने क्लासरूम की आवश्यकताओं को निर्धारित करने के लिए एक सर्वे किया और 194 स्कूलों में कुल 7180 क्लासरूम की आवश्यकता का अनुमान लगाया. वास्तव में यह आँकड़ा 2405 कक्षाओं की आवश्यकता का लगभग तीन गुना था. अब कुछ ऐसा ही पंजाब में अरविंद केजरीवाल शुरु कर रहे हैं.

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