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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर हमला किया गया है. बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सीएम के घर के सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए हैं और सिक्योरिटी बैरियर को भी नुकसान पहुंचाया गया है. अब ये जो हमला सीएम केजरीवाल के आवास पर हुआ है, इसके तार विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स से जुड़े हुए हैं.
केजरीवाल के घर पर कैसे हुआ हमला?
आज बुधवार को बीजेपी युवा मोर्चा द्वारा जो प्रदर्शन किया जा रहा था, वो भी केजरीवाल के द कश्मीर फाइल्स पर दिए एक बयान को लेकर ही था. जानकारी दी गई है कि आज सुबह 11.30 बजे बीजेपी युवा मोर्चा का सीएम के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हुआ था. सभी प्रदर्शनकारी केजरीवाल के आवास के बाहर ही नारेबाजी कर रहे थे. 150 से 200 करीब कार्यकर्ता उस समय मौके पर मौजूद थे.
फिर दोपहर एक बजे ये प्रदर्शन उग्र हुआ और दो प्रदर्शनकारियों ने सीएम आवास के बाहर जमकर बवाल काटा. नारेबाजी की गई और फिर पेंट को दरवाजे पर फेंक दिया. उस बवाल के दौरान गेट पर लगे बूम बैरियर को भी तोड़ दिया गया और सीसीटीवी कैमरे को भी नुकसान पहुंचाया गया.
पुलिस का बयान, सिसोदिया का निशाना
इस घटना को लेकर पुलिस का दावा है कि उन्होंने बिना समय गवाए तुरंत एक्शन लिया और 70 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. कहा जा रहा कि उनकी तरफ से आगे की कार्रवाई की जा रही है. अब ये पुलिस का स्टैंड है, उनकी तरफ की कहानी है. लेकिन दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बीजेपी के अलावा पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाया है. सिसोदिया ने कहा है कि बीजेपी की पुलिस उन्हें रोकने की जगह दरवाजे तक लेकर आई.
सिसोदिया ने आगे ये भी कहा कि सोची समझी साजिश के तहत अरविंद केजरीवाल पर हमला किया गया है और वह चुनाव में नहीं हरा पा रहे हैं तो अब वह ऐसे खत्म करना चाहते हैं हत्या करके.
क्या था केजरीवाल का बयान?
अब कहने को ये हमला आज यानी कि 30 मार्च को हुआ है, लेकिन इसके तार 25 मार्च से जुड़े हुए हैं जब सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में फिल्म कश्मीर फाइल्स को लेकर एक बयान दिया था. तब केजरीवाल ने कहा था, 'ये लोग कह रहे हैं कि द कश्मीर फाइल्स को मुफ्त कर दो, इसे यूट्यूब पर डाल दो ना, अपने आप मुफ्त हो जाएगी, सब देख लेंगे. आप हमसे इसे टैक्स फ्री करने को क्यों कह रहे हो, विवेक अग्निहोत्री को बोलें, इसे यूट्यूब पर डाल दें, अपने आप फ्री हो जाएगी.'
तब अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि ये बीजेपी वाले इस फिल्म को क्यों प्रमोट कर रहे हैं, जगह-जगह पोस्टर लगा रहे हैं. उस भाषण के दौरान केजरीवाल की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सीधा हमला बोला गया था. उन्होंने कहा था कि अगर देश चलाने के लिए किसी पीएम को विवेक अग्निहोत्री की शरण में जाना पड़े, तो मतलब साफ है, आठ साल में कोई काम नहीं हुआ.
बीजेपी का निशाना, मेकर्स भी भड़के
अब केजरीवाल के इस एक बयान ने ही इस पूरे बवाल को खड़ा कर दिया था. बीजेपी के तमाम नेता केजरीवाल को कश्मीरी पंडितों का विरोधी बताने लगे थे. सोशल मीडिया पर तो केजरीवाल के कुछ पुराने ट्वीट भी वायरल करवा दिए गए जहां पर उन्होंने कुछ फिल्मों को टैक्स फ्री करने का ऐलान किया था.
द कश्मीर फाइल्स में काम करने वाले एक्टर अनुपम खेर ने भी उन्हें आड़े हाथों लिया था. अनुपम ने कहा, 'अब तो दोस्तों #TheKashmirFiles सिनमा हॉल में ही जाकर देखना.आप लोगों ने 32 साल बाद #KashmiriHindus के दुःख को जाना है.उनके साथ हुए अत्याचार को समझा है. उनके साथ सहानुभूति दिखाई है.लेकिन जो लोग इस tragedy का मज़ाक़ उड़ा रहे है.कृपया उनको अपनी ताक़त का एहसास कराएं.'
विवाद पर केजरीवाल ने क्या कहा था?
लेकिन जब आजतक ने अरविंद केजरीवाल से इस बारे में बात की थी, तब उन्होंने दो टूक कह दिया था कि उनकी तरफ से कश्मीरी पंडितों का कोई अपमान नहीं किया गया. बल्कि अपमान तो वो बीजेपी कर रही है जो तीस साल बाद भी कश्मीरी पंडितों को न्याय के नाम पर एक फिल्म दे रही है. उन्होंने बताया कि दिल्ली में उनकी सरकार ने पंडित शिक्षकों को परमनेंट करने का काम किया था. लेकिन बीजेपी किसी भी पंडित का घाटी में पुनर्वास नहीं करवा पाई.
लेकिन इस सब बयानबाजी की वजह से जमीन पर स्थिति तनावपूर्ण होती रही और अब आज सीएम आवास के बाहर बीजेपी युवा मोर्चा का ये प्रदर्शन हो गया.