एक तरफ दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येन्द्र जैन इनकम टैक्स की जांच के घेरे में हैं तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर छोटे व्यापारियों पर इनकम टैक्स से रेड न डलवाने की अपील की है. हालांकि हमेशा की तरह अरविन्द केजरीवाल की चिट्ठी असल मुद्दों की बजाय प्रधानमंत्री को ही टारगेट करती नज़र आई.
चिट्ठी की शुरुआत में केजरीवाल ने काले धन की वापसी का मुद्दा उठाते हुए लिखा है कि "आपके इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नयी मुहिम से छोटे दुकानदार और व्यापारी घबराए हुए हैं. ख़बर छपी है कि सड़क किनारे बड़ापाव और जलेबी बेचने वालों के यहाँ छापेमारी की जा रही है.
केजरीवाल ने लिखा है कि आपने अक्टूबर से पूरे देश के 1 लाख छोटे व्यापारियों पर छापा मारने का आदेश दे दिया है. मैं भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में नौकरी कर चुका हूं इसलिए भरोसा नहीं हुआ कि इन छोटे व्यापारियों पर छापा मार सकती है.
चुनाव के पहले आपने कहा था कि भारत के हजारों करोड़ रुपए कालेधन के रूप में विदेशों में जमा हैं और अगर आप सत्ता में आये तो एक एक पाई देश में वापिस लायी जायेगी. आपने ये भी कहा था कि इस पैसे से हर गरीब को 15 से 20 लाख रुपए मिल सकते हैं. देश ने आप पर भरोसा किया लेकिन सत्ता में आने के बाद आपने कुछ नहीं किया."
अरविन्द केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को आगे लिखा कि "आपकी सरकार ने काला धन रखने वालों पर कार्रवाई की बजाय उन्हें काला धन सफ़ेद करने की सलाह दे दी. इनकम डिक्लेरेशन स्कीम के नाम पर भ्रष्टाचारियों को ये छूट दे दी गयी है कि वो कुछ टैक्स देकर काला धन सफ़ेद कर लें. आपकी सरकार ने ये भरोसा दिलाया कि अपहरण, फिरौती, नशे के व्यापार और रिश्वतखोरी से कमाई उनकी रकम की कभी जांच नहीं होगी. आपको उम्मीद थी कि इस स्कीम से करीब 1 लाख करोड़ की काली कमाई सफ़ेद होगी और 45 हजार करोड़ की टैक्स वसूली दिखाकर आप अपनी पीठ ठोक सकेंगे लेकिन आपकी स्कीम बुरी तरह फ्लॉप हुई. स्कीम ख़त्म होने के कुछ दिन पहले तक 1 लाख करोड़ की जगह सिर्फ 4 हजार करोड़ काले धन का खुलासा हुआ जबकि 1997 में ऐसी ही स्कीम में तीस हजार करोड़ से ज्यादा की काली कमाई सामने आयी थी."
सीएम अरविन्द केजरीवाल ने आरोप के बाण छोड़ते हुए पीएम मोदी को अपनी आत्मा की आवाज़ सुनने को कहा है. केजरीवाल ने तीखे अंदाज़ में विनती करते हुए लिखा कि "मोदी सरकार देश के छोटे व्यापारी को चोर बताना और उस पर रेड डालना बंद करे. जिस छोटे व्यापारी ने आपको वोट देकर प्रधानमंत्री बनाया था उसके खिलाफ अत्याचार करके आपकी आत्मा भी कचोटेगी. सत्ता के नशे में छोटे व्यापारियों को बर्बाद करना, उन्हें जेल भेजना, उनके खाते सील करना, दुकानों पर ताले डलवा देना घोर अन्याय है."