आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में पार्टी के विधायकों ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और विधानसभा भंग कर दिल्ली में नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की. राष्ट्रपति को दिए गए ज्ञापन में ‘आप’ ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने पिछले कुछ दिनों में उसके लगभग 15 विधायकों से संपर्क किया है.
ज्ञापन में केजरीवाल ने कहा, ‘वे उन्हें मंत्री पद, संपत्ति और 10 से 20 करोड़ रुपये नगद का लालच दे रहे थे. जब इससे बात नहीं बनी तो शालीमार बाग से हमारी विधायक बंदना कुमारी को जान से मारने की धमकी दी गई. उन्होंने इस बाबत पहले ही पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है.’
केजरीवाल ने कहा कि लोगों को एनडीए सरकार से बहुत उम्मीदें थीं पर पिछले एक महीने में लगभग सभी जरूरी वस्तुओं की कीमतें बढ़ने से लोगों की उम्मीदों को झटका लगा है. ‘आप’ नेता ने कहा, ‘भ्रष्टाचार रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए. अब तक ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया जिससे लोगों में यह उम्मीद जगे कि भविष्य में चीजों में सुधार होगा.’
केजरीवाल ने कहा, ‘इससे बीजेपी की लोकप्रियता को तगड़ा झटका लगा है जिसकी वजह से वह निकट भविष्य में दिल्ली में चुनाव कराना नहीं चाहती. उसे डर है कि यदि निकट भविष्य में चुनाव हुए तो बीजेपी बहुत बुरी तरह हारेगी. लिहाजा, बीजेपी दूसरी पार्टियों के विधायकों को तोड़ने की पुरजोर कोशिश कर रही है.’
इस बीच, कांग्रेस ने राष्ट्रपति से केजरीवाल की मुलाकात को ‘ड्रामा’ करार दिया. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कहा, ‘दिल्ली में चुनाव कभी भी हों, हमें इससे कोई समस्या नहीं है पर यह हमारी प्राथमिकता नहीं है. यह तो केजरीवाल हैं जो किसी भी तरीके से राज्य की सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं.’