रेल मंत्रालय द्वारा शकूरबस्ती इलाके में 500 झुग्गियों के तोड़े जाने के बाद उठे विवाद के बीच सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मुलाकात की. बैठक को सकारात्मक बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि बातचीत में यह तय किया गया है कि आगे से पहले लोगों का पुनर्वास किया जाएगा और उसके बाद ही झुग्गियों को तोड़ा जाएगा.
रेल मंत्री के साथ बैठक के बाद केजरीवाल ने कहा, 'हमारी बैठक सकारात्मक रही है. हमने आपस में निर्णय किया है कि बगैर पुनर्वास के अब तोड़फोड़ की कार्रवाई नहीं की जाएगी. अगर उन्हें जमीन की जरूरत होगी तो वो दिल्ली सरकार को इसकी सूची देंगे, जिसके बाद सरकार पहले पुनर्वास कार्यक्रम चलाएगी. जब जमीन खाली हो जाएगी तो इसे रेलवे को दे दिया जाएगा.'
'अभियान से पहले हो चुकी थी बच्चे की मौत'
गौरतलब है कि बस्ती को गिराए जाने को लेकर उठे विवाद के बीच रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने सोमवार को लोकसभा में कहा था कि सरकारी भूमि को सार्वजनिक कार्यों के लिए कैसे खाली कराया जाए, इस मुद्दे पर चर्चा के लिए उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित किया है.
'अतिक्रमण हटाओ अभियान' के दौरान एक बच्चे की मौत को लेकर उठे विवाद को खत्म करने का प्रयास करते हुए रेल मंत्री ने कहा पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, बच्ची की मृत्यु अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू होने से काफी पहले हो गई थी. रेल मंत्री सदन में शून्यकाल में आम आदमी पार्टी के भगवंत मान द्वारा उठाए गए मुद्दे पर जवाब दे रहे थे.
मान ने यह मुद्दा उठाते हुए शकूरबस्ती की घटना के लिए रेलवे पर निशाना साधा और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कह रखा है कि वैकल्पिक आवास व्यवस्था किए बगैर इस तरह का अतिक्रमण विरोधी अभियान नहीं चलाया जाना चाहिए.