आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को उनकी पार्टी में एक और बड़ा झटका लगा है. पार्टी के बड़े नेता शांति भूषण ने केजरीवाल पर हमला करते हुए आज तक से कहा कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है.
शाजिया इल्मी के पार्टी छोड़ने के बाद आम आदमी पार्टी के अंदर की कलह का यह दूसरा सबसे बड़ा मामला सामने आया है. शांति भूषण ने आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा, 'दिल्ली सरकार से इस्तीफा देना केजरीवाल का बचकाना फैसला था. इस फैसले से आम आदमी पार्टी को काफी नुकसान हुआ. पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है. पार्टी के किसी भी नेता के पास संगठन को आगे ले जाने की समझ नहीं है जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ रहा है.'
केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, 'केजरीवाल दूसरों से सुझाव नहीं लेते. उन्हें पार्टी की जिम्मेदारी किसी और को सौंप देनी चाहिए.' गौरतलब है कि इससे पहले योगेंद्र यादव ने भी केजरीवाल की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाया था.
अब जब पार्टी के संस्थापक सदस्य शांति भूषण ने केजरीवाल पर हमला बोला तो विरोधी कैसे पीछे रहते. बीजेपी के श्रीकांत शर्मा ने कहा कि केजरीवाल उसी दिन फेल हो गए थे जिस दिन उन्होंने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. अब शांति भूषण जी को इसका एहसास हो रहा है.
केजरीवाल के पुराने साथी रहे लक्ष्मी नगर के विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने कहा, 'अगर शांति भूषण जैसे अनुभवी और वरिष्ठ ऐसा कह रहे हैं तो मामला गंभीर है.'
बीजेपी और विनोद कुमार बिन्नी के सियासी वार के बाद कांग्रेस ने भी केजरीवाल पर तीखे हमले किए. पार्टी नेता मुकेश शर्मा ने केजरीवाल को लालची बताया तो दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने उन्हें झूठा करार दिया. अरविंदर सिंह लवली ने कहा, 'केजरीवाल एक नंबर के झूठे हैं. झूठ बोलने के लिए उनका नाम गिनीज बुक में दर्ज होना चाहिए.'
दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हारून यूसुफ ने कहा, 'केजरीवाल की पार्टी झूठे वादों के दम पर सत्ता में आई. अब तो कई लोग मानते हैं कि उन्हें केजरीवाल पर विश्वास नहीं रहा. शांति भूषण के बयान से साफ हो गया कि उनकी पार्टी की स्थिति क्या है.'