नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान पर बवाल नहीं थम रहा है. अब कपिल मिश्रा ने केजरीवाल के खिलाफ पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में शिकायत दर्ज कराई है. इस शिकायत में केजरीवाल और सौरभ भारद्वाज पर एनआरसी के बारे में झूठी अफवाह फैलाने का आरोप लगाया है.
पुलिस को दिए शिकायत पत्र में आरोप लगाया गया है कि आम आदमी पार्टी के दोनों नेता जानबूझकर अफवाह फैलाने की कोशिश कर रहे हैं जिससे आम जनता के बीच एनआरसी को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो. यह सीधे तौर पर केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों में जारी योजना के बारे में जानबूझकर जनता में अविश्वास पैदा करना और अफवाह फैलाकर कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ा करने का मामला है.
क्या कहा था केजरीवाल ने
शिकायती पत्र में कहा गया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सौरभ भारद्वाज के खिलाफ अफवाह फैलाने, शांति भंग करने का प्रयास, सोशल मीडिया के जरिए झूठ प्रचारित करना और यूपी-बिहार के लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाने, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को लागू करने से रोकने का प्रयास और कानून-व्यवस्था का संकट पैदा करने की कोशिश संबंधी का मुकदमा दर्ज हो.
इससे पहले केजरीवाल ने कहा कि अगर दिल्ली में एनआरसी लागू हुई तो मनोज तिवारी को भी दिल्ली छोड़नी पड़ेगी. उनके इस बयान के बाद ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री पर पलटवार किया और कहा कि अरविंद केजरीवाल को मालूम होना चाहिए कि एनआरसी में घुसपैठियों को चिन्हित किया जाता है.
केजरीवाल पर बरसते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि वो अपने ही देश के प्रवासियों को दिल्ली का नहीं समझते हैं, इससे पहले दिल्ली के सीएम रिपब्लिक डे में परेड का विरोध कर चुके हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल हमेशा 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' वाले गैंग का समर्थन करते हैं.
मनोज तिवारी ने कहा कि क्या बिहार, हरियाणा, मध्यप्रदेश का हो जाने से कोई एनआरसी में आ जाता है. केजरीवाल को ऐसे बयान देने पर शर्म आनी चाहिए. उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है, एनआरसी का मतलब सिर्फ उनके लिए है जो विदेश से आते हैं.
आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए कपिल मिश्रा ने भी केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी-बिहार के लोगों को देश से बाहर का बताना और उनकी तुलना घुसपैठियों से कर देना बिल्कुल गलत है.