ना पीएम, ना सांसद और ना ही कोई पार्षद. अरविंद केजरीवाल के शपथग्रहण समारोह में बीजेपी की ओर से सिर्फ एक विधायक रामलीला मैदान पहुंचा. ये थे रोहिणी से बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता. हालांकि विजेंद्र गुप्ता यहां भी अरविंद केजरीवाल पर तंज कसने से नहीं चूके.
आजतक से बातचीत में विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि जिसे समारोह में आना होगा वो आएगा. इसके लिए कोई व्हिप तो जारी हुआ नहीं है. जब उनसे पूछा गया कि अमित शाह के मुताबिक बीजेपी को शाहीन बाग और हेट स्पीच देने के कारण नुकसान हुआ होगा? वह क्या मानते हैं. इस पर उन्होंने सवाल को टालते हुए कहा कि हम इसकी समीक्षा करेंगे और आज इसका वक्त नहीं है. आज अरविंद केजरीवाल का शपथ ग्रहण समारोह है और हम उन्हें बधाई देते हैं.
AAP MP Bhagwant Mann, BJP MLA Vijender Gupta and other leaders at Arvind Kejriwal's swearing-in ceremony pic.twitter.com/tId9ysWkub
— ANI (@ANI) February 16, 2020
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि इस बार अरविंद केजरीवाल पुरानी गलतियों को सुधारेंगे. जो शिक्षकों के मामले में उन्होंने किया, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. यह कहीं न कहीं उस मानसिकता को दर्शाता है, जिसमें तानाशाही झलकती है. रोहिणी से विधायक ने कहा, जीत और सफलता का मंत्र होता है कि झुक कर चलें. उन्होंने कहा कि जनता के लिए केंद्र और केजरीवाल सरकार मिलकर काम करें.
अरविंद केजरीवाल ने रविवार को तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. केजरीवाल ने इस बार नई दिल्ली विधानसभा सीट से भाजपा के सुनील यादव को 21,697 वोटों से शिकस्त दी है.
केजरीवाल के साथ इन 6 मंत्रियों ने ली शपथ
मनीष सिसोदिया: अरविंद केजरीवाल के बाद आप में नंबर दो की हैसियत रखते हैं. 2013, 2015 में पटपड़गंज से जीत दर्ज की थी और इस बार भी उन्होंने इसी विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की है. कड़े मुकाबले में भाजपा के रवि नेगी को 3207 वोटों से हराया. सिसोदिया अपने दो पूर्व कार्यकाल में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री रहे हैं.
सतेंद्र जैन: जैन 2013, 2015 और 2020 में शकूरबस्ती से विधायक बने. वह आप की दोनों सरकारों में स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं. मुफ्त इलाज के लिए मोहल्ला क्लीनिक के पीछे सतेंद्र जैन का ही दिमाग माना जाता है. 2020 के चुनाव में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 7,592 वोटों के अंतर से हराया.
गोपाल राय: गोपाल राय ने ईश्वर की जगह आजादी के शहीदों के नाम पर शपथ ली. गोपाल राय दिल्ली आप के अध्यक्ष (संयोजक) हैं. वह दिल्ली सरकार में श्रम और रोजगार मंत्री रहे हैं. 2011 में अन्ना आंदोलन से जुड़े और आप की कोर कमेटी के सदस्य बने. वह 2013 में चुनाव हार गए थे, लेकिन 2015 और 2020 में उन्होंने जीत दर्ज की है. इसबार उन्होंने 33,062 वोटों से भाजपा प्रत्याशी को हराया है.
कैलाश गहलोत: 2015 और 2020 में वह जाट बहुल नजफगढ़ से विधायक बने. दिल्ली सरकार में कैलाश परिवहन मंत्री थे. उन्होंने दिल्ली की बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सौगात दी है. उन्होंने इस बार एक कड़े मुकाबले में 6,231 वोटों से जीत दर्ज की है.
#WATCH Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal sings 'Hum honge kaamyaab', at his swearing-in ceremony pic.twitter.com/hwXi8FUW46
— ANI (@ANI) February 16, 2020
इमरान हुसैन: केजरीवाल कैबिनेट में अल्पसंख्यक चेहरे के तौर पर इमरान हुसैन ने मंत्री पद की शपथ ली. वह 2015 और 2020 में बल्लीमारान से विधायक चुने गए. 2015 के आखिर में वह दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री बने. इसबार उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को 36,172 वोटों से हराया.
राजेंद्र पाल गौतम: उन्होंने तथागत बुद्ध के नाम पर मंत्रीपद की शपथ ली. वह 2015 और 2020 में सीमापुरी से आप के विधायक बने. वह दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री थे. दिल्ली सरकार ने समाज कल्याण के क्षेत्र में कई बड़े काम किए हैं.
राजेन्द्र पाल गौतम ने 56,108 वोटों से लोजपा के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को हराया है.
गौरतलब है कि आप ने 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में कुल 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा को आठ सीटें मिली थीं. कांग्रेस 2015 की तरह इस बार भी अपना खाता नहीं खोल पाई.