प्रदूषण को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक प्रेस कांफ्रेंस की. इसमें अरविंद केजरीवाल नेदिल्ली में बढ़े प्रदूषण पर कहा कि एक राज्य की प्रदूषित हवा एक राज्य में नहीं रहती बल्कि हर राज्य में जाती है.
केजरीवाल ने कहा कि प्रदूषण केवल दिल्ली की समस्या नहीं बल्कि हरियाणा, यूपी और पूरे उत्तर भारत में हवा की स्थिति खराब है. ऐसे में ये वक्त एक दूसरे पर आरोप लगाने का नहीं है. केंद्र को आगे आकर कदम उठाने होंगे जिससे उत्तर भारत को इससे बचाया जाए.उन्होंने आगे कहा कि पंजाब और दिल्ली में भले हमारी सरकार है लेकिन ये वक्त एक दूसरे पर उंगली उठाने का नहीं है. इससे समाधान नहीं होगा.
'पराली जलाए जाने के लिए किसान नहीं बल्कि हम जिम्मेदार'
केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में पराली जलाई जा रहा है. इस पराली जलाए जाने के लिए किसान नहीं बल्कि हम जिम्मेदार हैं. हम कोई ब्लेम गेम नहीं खेलना चाहते. पराली के लिए हमें किसान को कोई समाधान देना होगा. फिलहाल किसान के पास उसे जलाने के सिवा कोई रास्ता नहीं होता. केजरीवाल ने कहा कि पराली जलाने में 22 प्रतिशत की बढोतरी हुई है, जो कि खतरनाक है. हम सुप्रीम कोर्ट से इसपर आज या कल सुनवाई का अनुरोध करते हैं.
'पंजाब में AAP सरकार को 6 माह ही हुए हैं, समय दीजिए थोड़ा'
उन्होंने कहा कि अगले साल तक पराली जलना कम होगा, हम किसानों के साथ मिलकर कठोर कदम उठाएंगे. पंजाब में हमारी सरकार को महज 6 माह हुए हैं. हमें थोड़ा समय दीजिए. भगवंत मान की सरकार ने पहले ही कई कदम उठाए हैं. इनमें कुछ का असर हुआ, कुछ का नहीं हुआ.
'प्रदूषण के चलते प्राइमरी स्कूल बंद'
इस दौरान दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि राजधानी दिल्ली में कल 05 नवंबर से प्राइमरी स्कूल बंद होंगे. इसके अलावा कक्षा 5वीं के ऊपर की क्लासेज़ के लिए सभी आउटडोर एक्टिविटीज़ पर भी प्रतिबंध रहेगा. मुख्यमंत्री ने कहा है कि दिल्ली में वाहनों के लिए ऑड-इवेन लागू करने पर भी विचार किया जा रहा है.
प्रदूषण से दिल्ली का हाल बेहाल
गौरतलब है कि प्रदूषण के मामले में दिल्ली के हालात इस समय गंभीर हैं. राजधानी में एक्यूआई खतरनाक श्रेणी में है, दिल्ली के IGI एयरपोर्ट स्टेशन पर सुबह 5 बजे के वक्त AQI 489 दर्ज किया गया. वहीं, नोएडा में सुबह के वक्त AQI 562 दर्ज किया गया. वहीं दिल्ली में AQI 450 के पार पहुंच गया. ये काफी गंभीर और खतरनाक स्थिति है.
एसएएफएआर के निदेशक डॉ. गुफरान बेग ने कहा कि 5 नवंबर से दिल्ली में प्रदूषण से महत्वपूर्ण राहत संभव है. स्थानीय हवाओं के कारण ये होने वाला है. लेकिन 5 नवंबर की शाम से पहले प्रदूषण से राहत नहीं मिलने वाली है. तब तक वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी रहेगी. इसके बाद थोड़े सुधार की उम्मीद है. गुरफान बेग के अनुसार प्रदूषण में पराली जलने के चलते मिल रहा योगदान लगभग 38% है. यह सीजन का सबसे ज्यादा है. हालांकि शनिवार को इसमें कुछ कमी आ सकती है.
दिल्ली में GRAP का स्टेज 4 लागू
हालातों के देखते हुए दिल्ली में GRAP के स्टेज 4 को लागू कर दिया गया है. इसके तहत जरूरी सामान ले जा रहे चुनिंदा ट्रक ही शहर में घुस सकते हैं. जरूरी सामान ले जा रही गाड़ियों को छोड़कर रजिस्टर्ड मीडियम और हेवी गुड व्हीकल्स के चलने पर प्रतिबंध रहेगा. BS VI इंजन गाड़ियों और जरूरी सेवा में लगी गाड़ियों को छूट रहेगी लेकिन रजिस्टर्ड डीजल पर चलने वाली कारों पर प्रतिबंध रहेगा. इस समय फैक्ट्रियां बंद रहेंगी.