ईडी द्वारा दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की संपत्ति जब्त करने के मामले में अरविंद केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ईडी-सीबीआई के सहारे आम आदमी पार्टी सरकार के काम में अड़ंगा लगा रहे हैं. उनसे देश संभल नहीं रहा है. इसलिए वे ईडी-सीबीआई और पुलिस की मदद से आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं को बदनाम कर रहे हैं.
आबकारी नीति में कोई घोटाला नहीं हुआ है. मनीष सिसोदिया के पास 5 लाख और 65 लाख कीमत के दो फ्लैट और बैंक खाते में महज 11 लाख रुपए है. दोनों फ्लैट आबकारी नीति आने से पहले खरीदे गए हैं और एक नंबर के हैं. इनका तथाकथित शराब मामले से कोई लेना-देना नहीं है.
आम आदमी पार्टी का कहना है कि मोदी सरकार की ईडी यह झूठी खबरें फैला रही है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की 52 करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त किया गया है. त्यागराज स्टेडियम में जेईई-नीट की परीक्षा पास करने वाले दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों के साथ संवाद करने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शुक्रवार की शाम ईडी ने सभी मीडिया में चलवाया कि मनीष सिसोदिया की 52 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है. जबकि मनीष सिसोदिया की जब्त की गई संपत्ति में उनके दो फ्लैट हैं. यह फ्लैट 2018 के पहले खरीदे गए हैं, तब तक आबकारी नीति नहीं आई थी. उस प्रॉपर्टी का आबकारी मामले से कोई लेना-देना नहीं है. उनकी दोनों ही प्रॉपर्टी नंबर एक की है. दोनों ही प्रॉपर्टी का जिक्र इनकम टैक्स और उनके चुनावी घोषणा पत्र में है.
केजरीवाल ने किया फ्लैट का जिक्र
उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया ने एक फ्लैट 2004-05 में खरीदा था, जिसकी कीमत 5 लाख रुपए है, जबकि दूसरा फ्लैट 2018 में खरीदा था, जिसकी कीमत 65 लाख रुपए है. वहीं, उनके बैंक खाते में 11 लाख रुपए है. मनीष सिसोदिया के पास मौजूद इन प्रॉपर्टी का तथाकथित शराब मामले से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है.
'आबकारी नीति में कोई भी घोटाला नहीं हुआ'
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आबकारी नीति में कोई भी घोटाला नहीं हुआ है. हम पिछले एक साल से यही कह रहे हैं कि कोई घोटाला नहीं हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश संभल नहीं रहा है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बहुत शानदार काम कर रही है. प्रधानमंत्री का एक ही मकसद है कि ईडी-सीबीआई और पुलिस की मदद से किसी भी तरह आम आदमी पार्टी की सरकार के कामों को रोकना और कामों में अड़चन पैदा करना है और आम आदमी पार्टी को बदनाम करना है. यह तथाकथित शराब मामले के पीछे का मकसद आम आदमी पार्टी के नेताओं को बदनाम करना है.
'हम अध्यादेश को लेकर कांग्रेस के रूख का इंतजार कर रहे हैं'
वहीं, विपक्षी एकता को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आगामी बैठक में शामिल होने के लिए हमारे पास निमंत्रण आया हैं. पिछली बार जब पटना में बैठक हुई थी, तब कांग्रेस ने कहा था कि संसद का सत्र शुरू होने से 15 दिन पहले सार्वजनिक तौर पर घोषणा कर देगी कि वो इस अध्यादेश के खिलाफ है और संसद में अध्यादेश के खिलाफ वोट डालेंगे. हम कांग्रेस की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं.
'कथित शराब घोटाले से मनीष सिसोदिया का कोई लेन-देन नहीं'
साल 2021 में दिल्ली सरकार द्वारा लाई गई शराब की पॉलिसी सरकार का पीछा छोड़ती नजर नहीं आ रही है. शराब नीति आम आदमी पार्टी की सरकार के लिए गले में फांस बनी हुई है. इस मुद्दे पर बीजेपी रोजाना हमला करती है वही अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि ये कथित शराब घोटाला आम आदमी पार्टी और उनके नेताओं को बदनाम करने के लिए है.
'प्रधानमंत्री से दिल्ली की आम आदमी पार्टी संभल नहीं रही'
दिल्ली के त्याग राज स्टेडियम में मीडिया से बातचीत करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया की प्रॉपर्टी का कथित शराब घोटाले से दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है. प्रधानमंत्री से दिल्ली की आम आदमी पार्टी संभल नहीं रही है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार शानदार काम कर रही है इसलिए उनका एक ही मकसद है कि किसी भी तरह से आम आदमी पार्टी के कामों को सीबीआई और पुलिस के जरिए रोकना.
सीएम ने जांच एजेंसी पर खड़े किए सवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शराब घोटाले की जांच कर रही जांच एजेंसी आईडी पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा की आपकी ED शाम से टीवी चैनलों पर झूठी खबरें चलवा रही है कि मनीष सिसोदिया की 52 करोड़ की संपत्ति ज़ब्त की गयी. ईडी ने जो असल में संपत्ति जबकि है उसकी टोटल वैल्यू 80 लाख की संपति जब्त की है और वह भी 2018 से पहले की है.
प्रधानमंत्री पर साधा निशाना
हालांकि शनिवार को भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शराब घोटाले को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा था. ट्विटर पर उन्होंने लिखा था कि लोगों ने कभी सोचा नहीं था कि एक दिन ऐसा आएगा जब भारत जैसे महान देश का ऐसा प्रधानमंत्री मिलेगा जो इस तरह खुले आम झूठ बोलकर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को ख़त्म करने की कोशिश करेगा. असली भ्रष्टाचारी कौन हैं, ये आप भी जानते हैं. हिम्मत है तो उन्हें पकड़ कर दिखाइये.
विपक्षी बैठक पर क्या बोले अरविंद केजरीवाल
विपक्षी दलों की एक बार फिर होने वाली बैठक को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जब यह पूछा गया कि क्या आप इस बैठक में अब आप शामिल होने जाएंगे तो इस पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पटना में विपक्षी दलों की बैठक के दौरान कांग्रेस ने कहा था कि संसद सत्र शुरू होने के 15 दिन पहले कांग्रेस सार्वजनिक ऐलान करेगी कि वह इस अध्यादेश के खिलाफ है और संसद में इस अध्यादेश के खिलाफ वोट डालेंगे. तो हम इंतजार कर रहे हैं. कांग्रेस अपना रुख साफ करें.