दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को बवाना स्थित तहसील ग्राउंड में आयोजित गांव महापंचायत में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार रामचंद्र के लिए वोट मांगे. 23 अगस्त को होने जा रहे बवाना उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए महापंचायत का मंच तैयार किया गया था. हालांकि बवाना गांव के किसानों की समस्याएं जानने की बजाय महापंचायत एक राजनीतिक कार्यक्रम बनकर रह गया, जहां अरविंद केजरीवाल ने भी सरकार के कामकाज गिनाने का कोई मौका नहीं छोड़ा.
गांव महापंचायत के मंच पर किसान से ज्यादा आम आदमी पार्टी के विधायक और मंत्री नज़र आए. गोपाल राय, कैलाश गहलोत, राजेन्द्र गौतम के अलावा करीब 15 विधायक अरविंद केजरीवाल के साथ मंच पर मौजूद रहे. विवादों में रहे 'आप' से निलंबित विधायक अमानतुल्लाह खान ने भी मंच पर आकर पार्टी उम्मीदवार का समर्थन किया.
एक तरफ बवाना गांव के नेताओं ने समस्याओं की लंबी लिस्ट मुख्यमंत्री के सामने रखी तो अरविंद केजरीवाल ने हर वादे को पूरा करने का आश्वासन भी दिया. केजरीवाल ने सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि जवान और किसान दोनों गांव से आते हैं और दिल्ली में AAP सरकार ने दोनों के लिए काफी काम किया है. दिल्ली का जवान अगर कहीं भी शहीद हुआ, तो उसके परिवार के लिए एक करोड़ रुपए मुआवजे की व्यवस्था की. पिछले साल फसल खराब होने पर 20 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिया गया. लेकिन किसी अन्य राज्य या केंद्र सरकार ने दिल्ली से सीख नहीं ली. केजरीवाल ने कहा कि गांव की राजनीति को ध्यान में रखते हुए केजरीवाल ने दिल्ली-देहात के पूर्व सीएम चौधरी ब्रह्म प्रकाश और साहिब सिंह वर्मा को भी याद किया.
अरविंद केजरीवाल ने किसानों को बताया कि AAP सरकार ने गांव की जमीन अधिग्रहित करने पर 3 करोड़ रुपए प्रति एकड़ मुआवजा देने का नियम बनाया था. सिरसपुर समेत कई गांव के किसानों को चेक भी बांट दिए गए थे लेकिन हाई कोर्ट के निर्देश से सरकार के कई फैसले रद्द हो गए. अब दिल्ली सरकार सुप्रीम कोर्ट में लड़ रही है. उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली पूर्ण राज्य होती तो 15 दिनों में काम होता, अभी 15 महीने लग जाते हैं. सरकार दिल्ली में 2 हजार बसें लाने जा रही हैं, इनमें से ज्यादातर बस देहात में लगाई जाएंगी. सीएम केजरीवाल ने कहा कि हर गांव में मोहल्ला क्लीनिक बनाए जाएंगे. जिन गांवों से हाईटेशन तार गुजर रही हैं, उन्हें अंडर ग्राउंड किया जाएगा. सीएम ने यह भी साफ कर दिया कि AAP का प्रत्याशी जीता, तभी यहां विकास कार्य हो सकेंगे. बीजेपी-कांग्रेस के विधायक इलाके का विकास नहीं करा सकते.
गांव महापंचायत में प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि बीजेपी के प्रत्याशी वेद प्रकाश ने जनता के साथ धोखा किया है. 2 साल में दिल्ली सरकार ने 207 करोड़ रुपए के विकास कार्य के लिए फंड दिया, अब तक कुछ नहीं किया. मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि वह भी देहात से आते हैं और मंत्री के तौर पर देहात की समस्याओं को खत्म करने पर काम कर रहे हैं. मंत्रियों ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने गांवों को पहचान दी, उनका मान रखना. वहीं, उम्मीदवार रामचंद्र ने कहा कि वह विधायक नहीं, सेवक बनना चाहते हैं.