दिल्ली की समस्या सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 10 दिनों की मोहलत मांगी है. इसके अलावा दिल्लीवालों को सोमवार को 700 लीटर मुफ्त पानी की सौगात भी मिल सकती है. केजरीवाल ने शाम को चार बजे दिल्ली जलबोर्ड की अहम बैठक बुलाई है.
दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने के बाद केजरीवाल के लिए पहला रविवार आया, लेकिन छुट्टी के दिन भी वह पूरी तरह व्यस्त रहे. 45 वर्षीय केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने को लेकर पैदा हुआ लोगों के बीच उत्साह अभी ठंडा नहीं हो पाया है, और रविवार को उनके आवास पर उनसे मिलने आने वालों का तांता लगा रहा. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रह चुके कमाल फारुकी भी केजरीवाल से मिलने के लिए पहुंचे. इसके अलावा दिल्ली परिवहन निगम के कोई 500 चालक-परिचालक और नगर निगम के कर्मचारी व तमाम अन्य लोग भी उनसे मिलने आए.
केजरीवाल का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और वह काफी समय से खांसी से पीड़ित हैं, जिसके कारण पिता राम गोविंद केजरीवाल द्वारा सुबह पास के एक मंदिर में आयोजित 'हवन' में वह हिस्सा नहीं ले पाए. केजरीवाल ने हालांकि मुलाकात करने आए लोगों को पूरा समय दिया. कई लोग तो इसमें ऐसे थे जो आम आदमी पार्टी (आप) के संस्थापक की एक झलक देखना चाहते थे, जिसने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी पहली राजनीतिक उपस्थिति धमाकेदार तरीके से दर्ज कराई.
डीटीसी के कर्मचारी अपनी नौकरियों को स्थायी करने का आवेदन लेकर पहुंचे थे. उन्होंने केजरीवाल से नौकरी स्थायी करने का आग्रह किया. केजरीवाल ने उनकी फरियाद सुनी और कहा कि उन्हें हफ्ते-10 दिन का समय चाहिए ताकि वह एक व्यवस्था बना सकें, जहां जनता के आवेदनों को लिया जाए और उस पर कार्रवाई की जा सके.
केजरीवाल ने कहा, 'कृपया मुझे व्यवस्था बनाने के लिए हफ्ते-10 दिन का समय दीजिए. हम आपके आवेदन तब स्वीकार करेंगे, जब शिकायतों को दूर करने के लिए एक व्यवस्था स्थापित कर लें.' डीटीसी के कर्मचारी केजरीवाल के जवाब से खुश नजर आए.
फारुकी केजरीवाल के आवास पर करीब एक घंटे रहे, लेकिन उन्होंने 'आप' में शामिल होने से संबंधित पत्रकारों के सवालों का सीधा जवाब नहीं दिया. बाद में फारुकी ने कहा, 'पूरा देश 'आप' में शामिल होना चाहता है. मुझे विश्वास है कि आप भी 'आप' में शामिल होना चाहते हैं.' केजरीवाल आम तौर पर तड़के उठते हैं, लेकिन वह रविवार को आठ बजे उठे और नाश्ते के बाद लोगों से मुलाकात शुरू कर दी.
डीटीसी कर्मियों के बाद नगर निगम के सफाई कर्मचारी अपनी नौकरियां पक्की करने की मांग लेकर पहुंचे. इसके बाद बीएसईएस के कर्मचारी भी उनसे मिलने पहुंचे, अध्यापकों का एक समूह भी केजरीवाल से मिलने पहुंचा.
'आप' के नेता संजय सिंह ने एक घंटे तक जनता दरबार लगाया. लोगों ने उन्हें अपने आवेदन सौंपे. केजरीवाल के सचिव राजेंद्र कुमार और दिल्ली विधानसभा के सचिव पी.एन. मिश्रा भी मुख्यमंत्री से मिलने आए. पारिवारिक चिकित्सक और मित्र विपिन मित्तल उनसे मिलने आए और निरंतर जारी खांसी के लिए कुछ दवाएं सुझाई.
शाम को लगभग चार बजे मुख्यमंत्री ने अपने सचिव राजेंद्र कुमार से मुलाकात की और मुद्दों पर चर्चा की. कौशांबी में स्थित गिरनार टॉवर में एक फ्लैट में केजरीवाल अपनी पत्नी और स्कूल जाने वाले दो बच्चों व माता-पिता के साथ रहते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद से यहां लोगों का हुजूम उमड़ने लगा है. सुरक्षा की समस्या पैदा हो गई है.
सुरक्षा के लिहाज से अपार्टमेंट के मुख्य द्वार पर उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं और एक मेटल डिटेक्टर भी लगाया गया है. पुलिस के मुताबिक उत्तर प्रदेश पुलिस के 10 जवान 24 घंटे सुरक्षा के लिए वहां तैनात रहेंगे.