राजधानी दिल्ली धुएं के कारण गैस चैंबर बन गई है. एनजीटी और दिल्ली हाईकोर्ट ने प्रदूषण के मुद्दे पर दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में कहा कि हम सभी को राजनीति को दूर रखकर प्रदूषण के मुद्दे पर काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैंने पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों से मिलने का समय मांगा है, लेकिन अभी तक समय नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि हम आज या कल में ऑड-ईवन पर फैसला लेंगे.
केजरीवाल बोले कि प्रदूषण की समस्या को दूर करने के लिए सबको मिलकर काम करना होगा, ये हमारे बच्चों के भविष्य का सवाल है. हमें भी पता है कि दिल्ली में प्रदूषण है, आंखों में जलन हो रही है. लेकिन सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरा उत्तर भारत ही गैस चैंबर बना हुआ है.
दिल्ली सीएम ने कहा कि ये समस्या करीब 25 अक्टूबर के आस-पास शुरू होती है और 20 नवंबर तक चलती है. हमें पराली जलाने की समस्या का समाधान ढूंढना चाहिए. ये सभी के लिए खतरे की घंटी है. उन्होंने बताया कि सितंबर में PM10 करीब 300, PM 2.5 160 लेवल पर था जो कि आज बढ़कर PM10 - 940, PM 2.5 - 750 पहुंच गया है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो प्रदूषण हो रहा है वह दिल्ली के लोकल कारणों के कारण नहीं है, सख्त कदम के लिए सरकार और जनता तैयार हैं.
आपको बता दें कि गुरुवार सुबह ही एनजीटी ने दिल्ली सरकार, एमसीडी और पड़ोसी राज्यों को फटकार लगाई है. NGT ने कहा कि आप अस्पताल जाइए और देखिए लोगों को किस तरह की परेशानी हो रही है. आपने लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया हुआ है. NGT में प्रदूषण के मामले पर अगली सुनवाई 14 नवंबर को होगी. एनजीटी ने अगले आदेश तक दिल्ली में सभी औद्योगिक गतिविधियों पर रोक लगा दी है.