केजरीवाल सरकार का दिल्ली सचिवालय के सामने सड़क पर लगा जनता दरबार पहले दिन फ्लॉप हो गया. भारी भीड़ के पहुंचने से मची अफरातफरी के कारण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जनता दरबार के शुरू होने के महज 15 मिनट बाद ही वहां से निकल गए.
शनिवार सुबह साढ़े 9 बजे शुरू हुए इस जनता दरबार में बहुत अधिक संख्या में लोग अपनी समस्या लेकर पहुंचे. लोगों की भारी भीड़ ने सुरक्षा घेरा तोड़ दिया. बैरिकेड भी तोड़ दिए गए और माहौल पूरी तरह से बिगड़ गया. अपने मंत्रियों के साथ वहां बैठे केजरीवाल स्थिति को देखकर 15 मिनट बाद ही वहां से निकल गए.
बेकाबू हुई भीड़ में दूर-दूर से अपनी फरियाद लेकर आए लोगों के दस्तावेज भी खो गए. पुलिस द्वारा किए गए सुरक्षा इंतजाम पूरी तरह से धराशायी हो गए. जनता दरबार शुरू होने के कुछ ही देर बाद लोगों की चिट्ठियां जमीन पर बिखरी मिली. जनता दरबार में व्यक्तिगत रूप से शिकायतें सुनने का इंतजाम किया गया था. लेकिन दिक्कत तब हो गई जब वहां यूनियन ग्रुप अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचने शुरू हो गए.
गौरतलब है कि लोगों की समस्याओं का निपटारा करने के लिए केजरीवाल ने हर शनिवार जनता दरबार लगाने की बात कही थी. हफ्ते के बाकी दिन अन्य मंत्री लोगों की समस्याएं सुनेंगे.