दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखकर दिल्ली सरकार के अफसरों के खिलाफ नाराजगी जताई है. उन्हें चेतावनी दी है कि अगर अधिकारी निर्देश नहीं मानेंगे तो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी.
बिना अपॉइंटमेंट मिलने का आदेश
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखकर कहा है कि 'मैंने निर्देश दिया था कि सभी अफ़सर अपने दफ्तर में बिना अपॉइंटमेंट जनता से रोज़ मिलेंगे
जबकि मुझे पता चला है कि बहुत से अफ़सर इसका पालन नहीं कर रहे हैं.' मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा कि जो अफ़सर इन निर्देशों का उल्लंघन करेगा
उसपर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी.
शिकायतों की मांगी जानकारी
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मुख्य सचिव को बाकायदा अफसरों से दफ्तर के बाहर बोर्ड लगाकर ये बताने को कहा है कि ये अफ़सर रोज़ सुबह 10-11 बजे बिना अपॉइंटमेंट जनता से मिलें और ऐसा
नहीं करने पर सरकार द्वारा जारी नंबर पर जनता शिकायत करे. मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव से सरकार द्वारा जारी किए गए नंबर पर अधिकारियों के खिलाफ आने वाली शिकायत की सीधी
जानकारी मांगी और मुख्य सचिव की इन शिकायतों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
अरविंद केजरीवाल ने यह सारी कवायद दिल्ली के नगर निगम चुनाव में हार के बाद शुरू की थी. पार्टी ने हार की समीक्षा के दौरान यह पाया था कि विधायकों और सरकार के अधिकारियों की जनता से दूरी हार का एक बड़ा कारण न बने. इसको सुधारते हुए मुख्यमंत्री ने विधायकों को जनता के बीच रहने और उनसे लगातार मिलने के साथ-साथ दिल्ली सरकार के अधिकारियों को यह निर्देश जारी किया गया था कि सभी मंत्री विधायक और अफसर रोज़ सुबह 10-11 आम जनता से बिना अपॉइंटमेंट मिलकर उनकी समस्या का समाधान करें.
निर्देशों का पालन न करने पर होगी कार्यवाई
खुद मुख्यमंत्री अपने घर पर जनता दरबार में लोगों से मिलने की शुरुआत कर चुके हैं. साथ ही कई मंत्री और विधायक भी जनता से मिल रहे हैं लेकिन कई विधायकों और दिल्ली सरकार के
अधिकारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री को शिकायत मिल रही है कि वह निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं. ऐसे में जनता की नाराजगी से बचने के लिए मुख्यमंत्री ने अपने अधिकारियों पर नकेल
करते हुए मुख्य सचिव को लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने का निर्देश दिया है.