दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली का कहना है कि दिल्ली के प्रति केजरीवाल का रवैया बिल्कुल ही गैर जिम्मेदाराना रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल दिल्ली की सत्ता से बार-बार भागने का मौका ढूंढ रहे थे. कई बार तो कांग्रेस ने उन्हें सत्ता से बाहर जाने से रोका लेकिन आखिरकार वे सफल हो ही गए.
आज तक के कार्यक्रम सीधी बात में राहुल कंवल से बात करते हुए लवली ने कहा कि केजरीवाल की मंशा जनलोकपाल लाने की थी ही नहीं. जनलोकपाल पर वोटिंग के सवाल पर लवली ने कहा, 'जनलोकपाल पर तो दिल्ली विधानसभा में वोटिंग हुई ही नहीं, सच पूछिए तो हमने उप-राज्यपाल के पत्र पर वोटिंग की. शुरुआत में कुछ गफलतें थीं जिसे स्पीकर से जाकर दूर किया और फिर वोटिंग में हिस्सा लिया.'
जनलोकपाल पर वोटिंग के मद्देनजर कांग्रेस-बीजेपी में सांठ-गांठ पर पूछे गए सवाल पर लवली ने कहा, 'गलत बात को गलत कहना सांठ-गांठ नहीं है, ऐसी स्क्रिप्टेड पॉलिटिक्स मैंने जिंदगी में पहली बार देखी है, केजरीवाल का सब एजेंडा मार्च तक के लिए ही था, बात चाहे बिजली की हो या पानी की, सब पहले से तय था. दिल्ली की जनता के लिए कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी की दी हर गाली को सहन किया, ताकि केजरीवाल सरकार जनहित में किया अपना वादा पूरा कर सके.'
'आप' के समर्थन देने के सवाल पर लवली ने कहा, 'हमें उम्मीद नहीं थी कि केजरीवाल सरकार का रवैया इतना गैरजिम्मेदाराना होगा, हमने दिल्ली की जनता के लिए केजरीवाल के साथ खड़ा होने का फैसला किया. इसके तहत दिल्ली विधानसभा में लाए गए सरकार के वित्तीय बिल को कांग्रेस ने मिलकर पास कराया.'
आम आदमी पार्टी ने क्या कांग्रेस के वोट पर अपना कब्जा जमा लिया, इस सवाल के जवाब में लवली ने कहा, 'कई चीजें वोट बैंक से ऊपर होती हैं. कांग्रेस हार-जीत से नहीं घबराती, हमसे ऐसी कोई गलती हुई होगी जिससे हमारा जनाधार खिसका. एक नई-नवेली पार्टी को दिल्ली के लोगों ने पसंद किया इसलिए कांग्रेस ने उसका साथ भी दिया.'
केजरीवाल ने जो दिल्ली में कर दिखाया क्या वैसा ही उफान देशभर में मचाएंगे, इस सवाल पर लवली ने कहा, 'केजरीवाल भले ही खुद को संविधान से ऊपर समझें लेकिन 49 दिनों के शासन के बाद उनका असली चेहरा समाने आ ही गया. अराजकता का माहौल बनाने वाले केजरीवाल को लोग अब समझ चुके हैं, देश की जनता इतनी भी नासमझ नहीं है कि इतने शातिराना चाल को समझकर भी आगे कोई गलती करे.'