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भूषण परिवार के खिलाफ टिप्पणी पर खेतान ने जताया खेद, विश्वास बोले- मैं बोला तो फसूंगा

आम आदमी पार्टी के अंदर मचे घमासान का बुधवार को क्लाइमेक्स है. दोपहर दो बजे होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर फैसला किया जाएगा, लेकिन उससे पहले पार्टी नेता आशीष खेतान ने अपनी उस टिप्पणी पर दुख जताया है, जिसमें उन्होंने भूषण परिवार पर हमला करते हुए गंभीर आरोप लगाए थे.

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आशीष खेतान की फाइल फोटो
आशीष खेतान की फाइल फोटो

आम आदमी पार्टी के अंदर मचे घमासान का बुधवार को क्लाइमेक्स है. दोपहर दो बजे होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर फैसला किया जाएगा, लेकिन उससे पहले पार्टी नेता आशीष खेतान ने अपनी उस टिप्पणी पर दुख जताया है, जिसमें उन्होंने भूषण परिवार पर हमला करते हुए गंभीर आरोप लगाए थे.

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ट्विटर पर खेतान ने लिखा, 'मुझे भूषण के बारे में सार्वजनिक तौर पर ऐसा नहीं कहना चाहिए था. हमने कई मुद्दों पर साथ लड़ाई लड़ी है और उम्मीद है कि हम आगे भी साथ मिलकर एक टीम की तरह काम करेंगे.'


गौरतलब है कि मंगलवार को खेतान ने ट्विटर पर लिखा था कि प्रशांत भूषण, उनके पिता शांतिभूषण और बहन शालिनी मिलकर पार्टी को एक परिवार की पार्टी बनान चाहते हैं. 'भूषण तिकड़ी' पार्टी के हर विंग पर शि‍कंजा चाहता है.

फैसला ऐसा हो कि संदेश जाए: आशुतोष
इस बीच राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से ठीक पहले 'आप' नेता आशुतोष ने कहा है कि नियमों से आगे कोई नहीं है और कार्यकारिणी को ऐसा फैसला करना चाहिए, जिससे एक संदेश जाए.

आशुतोष ने कहा, 'पार्टी में कोई भी अनुशासन और नियमों से ऊपर नहीं है. आरोप का जो दौर चला है उससे पार्टी का अनुशासन भंग होता है. उम्मीद है कि राष्ट्रीय कार्यकारणी ऐसा फैसला करेगी, जिससे संदेश जाएगा.' आशुतोष ने उम्मीद जताई कि कार्यकारिणी के फैसले से पार्टी को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा.

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मैं बोलूंगा तो कंट्रोवर्सी में फंस जाऊंगा: विश्वास
पार्टी के अंदर कलह की आंधी पर कुमार विश्वास ने भी प्रतिक्रिया दी है. AAP नेता ने कहा, 'हर पार्टी का अपना अनुशासन होता है. ये पार्टी अभी सीख रही है. लेकिन ये वो पार्टी नहीं है, जहां आप कुछ भी करें पर कांग्रेस और बीजेपी की तरह पार्टी में बने रहेंगे.'

विश्वास ने आगे कहा, 'पार्टी के अंदरूनी मामलों को तोड़ना अनुशासन तोड़ना है. आज की बैठक में क्या होगा पता नहीं, लेकिन आज शाम के बाद पार्टी और मजबूत होगी. मैं कुछ भी बोलूंगा तो मैं कंट्रोवर्सी में फंस जाऊंगा. पीएसी का सदस्य हूं इसलिए हमेशा सोच-समझकर कवि सम्मेलनों में भी बोलता हूं.

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