आम आदमी पार्टी से एक और नेता का साथ छूट गया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता आशुतोष ने बुधवार सुबह इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने खुद इस बात का ऐलान किया है. हालांकि, अभी पार्टी ने उनके इस इस्तीफे को अभी तक स्वीकार नहीं किया है.
पत्रकार से नेता बने आशुतोष ने बुधवार को ट्वीट कर इस बात का ऐलान किया. उन्होंने लिखा कि हर सफर का अंत होता है. आम आदमी पार्टी के साथ मेरा शानदार और क्रांतिकारी सफर आज खत्म हुआ. मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने लिखा कि ये फैसला मैंने निजी कारणों से लिया है. जिन्होंने मेरा समर्थन किया, उन सभी को धन्यवाद. इसके अलावा आशुतोष ने मीडिया को कहा कि वह इस फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.
Every journey has an end. My association with AAP which was beautiful/revolutionary has also an end.I have resigned from the PARTY/requested PAC to accept the same. It is purely from a very very personal reason.Thanks to party/all of them who supported me Throughout.Thanks.
— ashutosh (@ashutosh83B) August 15, 2018
पार्टी सूत्रों के मुताबिक किताब लिखने के लिए आशुतोष ने छुट्टी ली थी. जून में वो विदेश गए थे, जिसके बाद से पार्टी को उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है.
वहीं, आप से राज्यसभा सांसद एनडी गुप्ता ने बताया कि पीएसी में खुलकर बातचीत होती है, लेकिन कभी आशुतोष ने इस्तीफे का ज़िक्र नहीं किया है. एनडी गुप्ता ने कहा कि हम जोड़ने के लिए हैं, हम बात करेंगे. उनके मुताबिक, पार्टी आशुतोष को नजर अंदाज नहीं कर रही थी.
आशुतोष के पार्टी छोड़ने के ऐलान के बाद कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट किया कि आजादी मुबारक.
हर प्रतिभासम्पन्न साथी की षड्यंत्रपूर्वक निर्मम राजनैतिक हत्या के बाद एक आत्ममुग्ध असुरक्षित बौने और उसके सत्ता-पालित, 2G धन लाभित चिंटुओं को एक और “आत्मसमर्पित-क़ुरबानी” मुबारक हो ! इतिहास शिशुपाल की गालियाँ गिन रहा है 🙏 आज़ादी मुबारक
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) August 15, 2018
आपको बता दें कि आशुतोष ने 2014 में आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी. उन्होंने 2014 में ही दिल्ली की चांदनी चौक से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. इसके अलावा हाल ही में राज्यसभा सीट को लेकर उनके पार्टी के साथ टकराव सामने आया था. ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि आम आदमी पार्टी आशुतोष को राज्यसभा भेज सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया था.