असम और बिहार में जहां एक तरफ बाढ़ का कहर जारी है तो दूसरी तरफ मदद की गुहार लगाई जा रही है. डीयू के देशबंधु कॉलेज के छात्रों ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अभियान चलाया है. आज की तारीख में असम और बिहार में बाढ़ की हालात गंभीर बनी हुई है. लोगों के घर, दुकान, गाड़ी और मवेशी तक पानी में बह गए हैं. बाढ़ से लाखों लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है.
असम और बिहार के लोग बाढ़ के कारण शिविर में रहने को मजबूर हैं. अब तक बाढ़ से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. असम में हर तरफ पानी ही पानी है पर पीने के लिए एक बूंद पानी नहीं है. ऐसी स्थिति में सरकार और संगठन वहां कई स्तर पर जन-जीवन को सामान्य बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं. इसी ओर कदम उठाने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के देशबंधु महाविद्यालय में छात्रों ने असम और बिहार में उपजे हुए हालात को सामान्य बनाने के लिए फ्लड डोनेशन रिलीफ कैंपेन चलाया है.
इस कैंप में छात्रों से निवेदन की गई है की वह अपने पॉकेट मनी के अनुसार जो भी बन सकता है वह आप डोनेट करें. साथ ही यह भी निवेदन किया है कि अगर आपके पास पैसे ना हों तो आप कपड़े, जूते, चप्पल जो भी घर में अनुपयोगी वस्तु पड़ी हुई है हो वो एनजीओ के दे सकते है. ताकि संगठन के जरिए असम और बिहार को मदद पहुंचाई जा रही है. इसमें कोई शक नहीं कि दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले देशबंधु महाविद्यालय का एक छोटा सा प्रयास असम और बिहार के लिए एक बड़ी मदद साबित होगी.
बता दें बिहार के राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार बिहार के 12 जिलों के 105 ब्लॉक के 81 लाख 57 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. वहीं, असम के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक सूबे के 33 जिलों में से 20 जिलों में बारिश और बाढ़ से प्रभावित है. माना जा रहा है कि बाढ़ से करीब 38 लाख 82 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. असम के नालबारी, बरपेटा, धुबरी, गोलाघाट और मोरीगांव जिले में कई लोगों की मौत हो गई है.