दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होते ही सियासी पार्टियों में खुद को बेहतर और दूसरों को बदतर साबित करने की होड़ लग गई है. एक ओर सीएम शीला दीक्षित ने कहा है कि कांग्रेस पूरे आत्मविश्वास के साथ चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है. दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली चुनाव को धर्मयुद्ध जैसा करार दिया है.
शीला दीक्षित ने कहा कि 10 दिनों के भीतर ही घोषणापत्र का ऐलान कर दिया जाएगा. उन्होंने चुनौती भरे लहजे में कहा कि अगर दिल्ली में भ्रष्टाचार है, तो यह बात साबित करें. दिल्ली की समस्याओं के बारे में शीला दीक्षित ने कहा कि यहां पानी की कोई किल्लत नहीं है. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में लोगों की आमदनी ज्यादा है.
आम आदमी पार्टी के बारे में सवाल पूछे जाने पर शीला दीक्षित ने कहा कि वह तो 'आम पार्टी' है.
दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ही भ्रष्ट पार्टियां हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार वोटर कांग्रेस और बीजेपी को छोड़कर 'आप' को वोट देंगे. उन्होंने दावा किया कि 'आप' को दिल्ली चुनाव में 47 सीटें मिलेंगी.
बहरहाल, चुनावी जंग का ऐलान होते ही जुबानी तलवारें बाहर आ चुकी हैं. जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा, यह तो वोटों की गिनती के बाद ही पता चल सकेगा. गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने दिल्ली समेत 5 राज्यों के चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. दिल्ली में 4 दिसंबर को मतदान होना है. वोटों की गिनती 8 दिसंबर को होगी.