बीएसएफ के दिल्ली हेडक्वार्टर में आईजी ट्रेनिंग के पद पर तैनात एमपी कैडर के 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी राजा बाबू सिंह भी एक ईंट लेकर दिसंबर 1992 में अयोध्या गए. उस समय उन्होंने टेंट में विराजमान रामलला के दर्शन कर पूजित ईंट समर्पित कर राम मंदिर बनने की प्रार्थना की थी.
जानकारी के मुताबिक 31 साल पहले राजा बाबू सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र थे और प्रयागराज में सिविल सर्विसेज परीक्षा (UPSC) की तैयारी कर रहे थे. उसी दौरान वीएचपी ने छात्रों को अयोध्या ले जाने का इंतजाम किया था. राजा बाबू सिंह 1994 बैच के आईपीएस हैं और इस वक्त प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में बीएसएफ में बतौर आईजी ट्रेनिंग में तैनात हैं.
रिटायरमेंट के बाद करेंगे राम भक्तों की सेवा
इससे पहले राजा बाबू सिंह कश्मीर में भी बीएसएफ के आईजी रहे हैं. मध्य प्रदेश पुलिस में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों के अलावा राजा बाबू सिंह ने इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) में भी अपनी सेवाएं दी हैं.
अरुणाचल और मणिपुर में भी उच्च पदस्थ रहे हैं. ADG ग्वालियर जोन के पद पर रहते हुए इन्होंने हजारों भागवत गीता की प्रतियां बांटी थी. इसके साथ ही BSFआईजी कश्मीर रहते हुए राजा बाबू सिंह की श्रीनगर शहर में 20 किमी की साइकिल तिरंगा रैली चर्चा का विषय रही.
22 जनवरी को अयोध्या में होगी प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के पहले राजा बाबू सिंह ने बातचीत में कहा कि उनका सपना है कि 2027 में सरकारी नौकरी से रिटायरमेंट के बाद वो अयोध्या में राम भक्तों की सेवा करेंगे.
राजा बाबू सिंह को इस बात का गर्व है कि वो जो एक ईंट प्रयागराज से अयोध्या लाए थे वो ईंट भी राम लला के भव्य मंदिर का हिस्सा है.अब भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार है. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा हो रही है जिसकी वजह से वह खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं.