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पेट्रोल पंप पर कार्ड से भुगतान करते हैं तो हो जाइए सावधान!

पेट्रोल पंप पर क्रेडिट और डेबिट कार्ड से भुगतान करते हुए सतर्क रहिए. दरअसल, राजधानी में पेट्रोल पंप पर एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो क्रेडिट और डेबिट कार्ड से भुगतान के समय आपसे नजर बचा कर इनकोडर मशीन से मैगनेटिक स्ट्रिप की सब जानकारियां चुरा लेते हैं.

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Debit cards, Credit Cards
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पेट्रोल पंप पर क्रेडिट और डेबिट कार्ड से भुगतान करते हुए सतर्क रहिए. दरअसल, राजधानी में पेट्रोल पंप पर एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो क्रेडिट और डेबिट कार्ड से भुगतान के समय आपसे नजर बचा कर इनकोडर मशीन से मैगनेटिक स्ट्रिप की सब जानकारियां चुरा लेते हैं.

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स्वैपिंग मशीन में पिन कोड दर्ज करते समय वे ग्राहकों का कोड याद कर लेते थे. डिकोडर मशीन की मदद से नया कार्ड जाता है. जिसके बाद एटीएम मशीन से देर रात नए कार्ड की मदद से रुपये निकाल लिए जाते थे.

इसी मॉडस ऑपरेंडी पर काम करने वाले एक गिरोह के तीन बदमाशों को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. उनकी पहचान आशीष (25), राजेश कुमार (31) और कमल (29) के रूप में की गई है. तीनों क्लोनिंग से तैयार किए गए डेबिट कार्ड से रुपये निकालने के लिए लोधी रोड पहुंचे थे. एक गुप्त सूचना के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया.

पूछताछ में तीनों ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने ई-शॉपिंग के जरिए इनकोडर और डिकोडर मशीन खरीदी. इसके बाद मार्च महीने में आशीष एक पेट्रोल पंप पर बतौर अटेंडेंट काम करने लगा. भुगतान के समय आशीष चुपचाप इनकोडर मशीन से कार्ड के मैगनेटिक स्ट्रिप का डाटा चोरी कर लेता था.

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पिन कोड जानने के लिए वह ग्राहक से कई बार पिन कोड डालने के लिए कहता था. इसके बाद वह इनकोडर मशीन राजेश और कमल को सौंप देता था. राजेश और कमल डिकोडर मशीन के जरिए कार्ड की क्लोनिंग की जाती थी. एटीएम मशीन से रुपए निकालते समय ये हमेशा टोपी पहनते थे जिससे उनकी पहचान छिपी रहे.

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