बिहार विधानसभा में पेश विश्वास मत में नीतीश सरकार की जीत हुई है. एनडीए के पक्ष में 129 वोट पड़े हैं. एक ओर जीत का जश्न मनाया जा रहा है तो वहीं चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी को हवाहवाई किला बनाने दीजिए. मैं लिखकर देता हूं कि अगले विधानसभा से पहले फिर बदलेंगे.
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार को पूछता कौन है? वो तो बिहार में और बिहार के लोगों के मुख्यमंत्री हैं तो हम लोगों को बोलना पड़ता है. दूसरे राज्यों में क्या कोई जान भी रहा है कि नीतीश कुमार कौन है? नीतीश कुमार किसी नेता या दल को क्या ऑफर कर सकते हैं? नीतीश कुमार बिहार में इतना बड़ा चेहरा नहीं हैं और न ही इनकी कोई विचारधारा रह गई है.
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सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए उन्होंने आगे कहा कि हर 6 महीने में ये पलट जाते हैं. पूरे देश में इनका नाम है पलटूराम. गवर्नेंस के तौर पर भी देखें तो सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य बिहार है. ऐसा तो होगा नहीं कि केरल का कोई आदमी कहे कि हमें अपना राज्य बिहार जैसा बनाना है और वो इसलिए नीतीश कुमार को नेता मान ले.
'तो किस आधार पर इनको कोई नेता मानेगा?'
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की कुल जमा पूंजी 42 विधायकों की है. न इनके पास कोई राजनीतिक काबिलियत है न राजनीतिक इमेज और न ही सुशासन. तो किस आधार पर इनको कोई नेता मानेगा? नीतीश ऐसे हवाहवाई किला बनाते रहते हैं. जब I.N.D.I.A. में अपने हिस्से का उन्हें नहीं मिला तो पिछले दरवाजे से वो भाग गए.
'अगले विधानसभा से पहले ये फॉर्मेशन फिर बदलेगा'
पीके ने कहा कि अगले विधानसभा से पहले ये फॉर्मेशन फिर बदलेगा, मैं लिख कर दे देता हूं. आज जिस फॉर्मेशन में बिहार में जो व्यवस्था है, जिसमें नीतीश कुमार चेहरा हैं, BJP सपोर्टर की भूमिका में हैं. दूसरी साइड RJD हैं, जिसे कांग्रेस सपोर्ट कर रही है तो मैं आप सभी को बता देता हूं कि इस फॉर्मेशन में चुनाव नहीं होगा.