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इंसान तो इंसान पक्षियों की भी आजादी का दुश्मन बना ये प्रदूषण!

उड़ने की फितरत लिए इन पक्षियों का उड़े बिना काम भी नहीं चल सकता लिहाजा ये आसमान से बेहद नीचे ही उड़ रहे हैं. मयूर विहार मेट्रो लाइन की तारों पर एक लाइन से बैठे पक्षी मजबूर हैं क्योंकि उन्हें उड़ने के लिए आसमान नजर ही नहीं आ रहा.

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दिल्ली में स्मॉग का हाल
दिल्ली में स्मॉग का हाल

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दिल्ली पर छाई प्रदूषण की सफेद चादर ने दिल्ली वालों की हर सांस पर पहरा लगा दिया है. बाहर निकलने की मनाही, सुबह की सैर पर मनाही, कसरत की मनाही और तो और इस दिल्ली शहर में हमारी सांसों तक पर मनाही है. इस दमघोंटू हवा में इंसानों का तो जीना मुहाल है. लेकिन, अफसोस इस हवा ने आसमान में आजाद उड़ने वाले पक्षियों की उड़ान पर भी पहरा लगा दिया है.

जी हां, इस धुंध भरी हवा में पक्षियों को आकाश दिखाई नहीं दे रहा है. इसलिए वो उड़ नहीं पा रहे हैं. जहां-तहां बिजली के खंभों पर मजबूर बैठे हैं. उड़ने की फितरत लिए इन पक्षियों का उड़े बिना काम भी नहीं चल सकता लिहाजा ये आसमान से बेहद नीचे ही उड़ रहे हैं. मयूर विहार मेट्रो लाइन की तारों पर एक लाइन से बैठे पक्षी मजबूर हैं क्योंकि उन्हें उड़ने के लिए आसमान नजर ही नहीं आ रहा.

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नीचे उड़ने के कारण कई बार ये पक्षी मेट्रो ट्रेन की ठीक ऊंचाई तक आ जाते हैं. इसके अलावा बस और फ्लाईओवर पर कार के सामने से भी उड़ कर निकल रहे हैं. जिससे वाहन चालकों को भी दिक्कत आ रही हैं और कई पक्षी भी घायल हो रहे हैं.

ये पक्षी किनारा और सुनसान जगह देख कर जमीन पर भी बैठे नजर आ रहे हैं. लेकिन जैसे ही जमीन पर कुछ हलचल होती है उन्हें उड़ना पड़ता है. आलम यही है कि इसी तरह से कुछ उड़ कर कुछ जमीन पर बैठकर ये पक्षी इस सफेद धुंध की आफत के छंटने का इंतजार कर रहे हैं.

कुल मिलाकर ये भयावह हालात इंसान तो इंसान पक्षियों के उड़ान की भी दुश्मन बने बैठे हैं.

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