आगामी एमसीडी चुनाव में सीएजी रिपोर्ट पर राजनीति गरम होने जा रही है. जहां एक तरफ कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है, वहीं बीजेपी ने भी दिल्ली सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
दरअसल सीएजी की रिपोर्ट इस बार के एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी के खिलाफ एक ऐसा हथियार बन गई है, जिसे बीजेपी और कांग्रेस पार्टी बखूबी इस्तेमाल करने की कोशिश में लगी हैं. इस रिपोर्ट के आने के बाद पहली बार बीजेपी और कांग्रेस दोनों को आम आदमी पार्टी से वही सवाल करने का मौका दिया है, जिसे वो हमेशा से इस्तेमाल करती आई है.
CAG रिपोर्ट से खुली AAP की पोल
बीजेपी नेता आरपी सिंह ने कहा कि सीएजी रिपोर्ट से आम आदमी पार्टी की पोल खुल गई है. ये साफ हो गया है कि 28 करोड़ से भी ज्यादा रुपये जो दिल्ली सरकार ने पिछले साल खर्च किये, वो पार्टी के प्रचार के लिए दूसरे राज्यों में खर्च किए गए. सिंह ने कहा कि इस बार के एमसीडी चुनाव में पार्टी इस मुद्दे को जनता तक ले जाएगी और आम आदमी पार्टी के कारनामों का पर्दाफाश करेगी.
24 मार्च से कांग्रेस का चुनावी अभियान
वहीं कांग्रेस ने सिर्फ दिल्ली सरकार ही नहीं बल्कि बीजेपी पर भी निशाना साधा और दिल्ली में डेंगू फैलने के लिए मेयरों के खिलाफ एफआईआर की मांग की. इसी महीने की 24 तारीख से कांग्रेस अपना चुनाव अभियान शुरू कर रही है. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि वो सीएजी रिपोर्ट के मुद्दे को जनता के बीच उठाएंगे. सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पिछले साल एमसीडी और दिल्ली सरकार डेंगू की रोकथाम में पूरी तरह से विफल रही.
22 अप्रैल को है MCD चुनाव
माकन ने कहा कि पिछले दस साल से बीजेपी एमसीडी में राज कर रही है और उन्हें ये भी नहीं पता कि डेंगू से बचाव के लिए कौन सी दवा छिड़कनी चाहिए. दिल्ली में नगर निगम के चुनाव आगामी 22 अप्रैल को होने हैं.