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चिकनगुनिया को लेकर MCD पर उठे सवाल तो बीजेपी यूं कर रही बचाव

दिल्ली में चिकनगुनिया से 4 मौतें होने के बाद बीजेपी ने एमसीडी के अधिकारियों से बेहतर काम करने की अपील की है.

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चिकनगुनिया से हो रही मौतों के लिए एमसीडी ने 'आप' पर सवाल उठाए थे
चिकनगुनिया से हो रही मौतों के लिए एमसीडी ने 'आप' पर सवाल उठाए थे

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दिल्ली में चिकनगुनिया से 4 मौतें होने के बाद बीजेपी ने एमसीडी के अधिकारियों से बेहतर काम करने की अपील की है. इससे पहले चिकनगुनिया से हो रही मौतों के लिए आम आदमी पार्टी ने एमसीडी पर सवाल उठाए थे, वहीं बीजेपी भी दिल्ली सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा चुकी है.

आम आदमी पार्टी की तरफ से मेयर के दिल्ली से बाहर होने की बात कही गई है. इसके बाद दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने तीनों एमसीडी के अधिकारियों के नाम नसीहत भरी अपील जारी की है. उपाध्याय ने मेयर, डिप्टी मेयर, तीनों स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष और पार्षदों से कहा है कि वो लगातार डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए किए जा रहे कामों की निगरानी करें. साथ ही ये सुनिश्चित करें कि डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छर को पनपने से रोकने के लिए किए जा रहे काम में कोई कोताही न हो.

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एमसीडी में है बीजेपी की सत्ता
बीजेपी ने दवा के छिड़काव से लेकर ब्रीडिंग चेक करने के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उपाध्याय ने एमसीडी के नेताओं और पार्षदों को कहा है कि वे डेंगू और चिकनगुनिया से परेशान लोगों के संपर्क में रहें और उन्हें इलाज के लिए मदद करें. बचाव के उपाय भी लोगों को बताएं. गौरतलब है कि दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया का कहर लगातार बढ़ रहा है. दिल्ली सरकार के अधिकांश मंत्रियों और मुख्यमंत्री के दिल्ली से बाहर होने को लेकर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को कटघरे में खड़ा किया है. दूसरी तरफ दिल्ली में मच्छरों के पनपने और ब्रीडिंग को रोकने में नाकाम रहने के लिए एमसीडी भी सवालों के घेरे में है, जहां खुद बीजेपी सत्ता में है.

क्या एमसीडी ने किए थे बड़े पैमाने पर उपाय?
साउथ एमसीडी में सदन के नेता सुभाष आर्या का कहना है कि इस बार डेंगू को लेकर दिल्ली में बड़े स्तर पर रोकथाम के उपाय किए गए हैं. उन्होंने कहा कि इस बार दिल्ली सरकार के फंड का इंतजार किए बिना ही एमसीडी ने छिड़काव और रोकथाम के दूसरे उपायों का इंतजाम पूरा किया है. डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर को बहुत पहले ही काम पर लगा दिया गया था, जागरुकता अभियान भी चलाया गया है. पार्षदों को उनके वार्ड की जरूरत के हिसाब से फागिंग मशीन उपलब्ध कराई गई। हालांकि, एमसीडी पर जगह-जगह पानी इकट्ठा होने और साफ-सफाई नहीं होने के आरोप लग रहे हैं.

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