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दिल्ली के ग्रामीण इलाकों में AAP के 12 साल के वर्चस्व को BJP ने तोड़ा, जानें शहरी इलाकों में कैसा रहा प्रदर्शन

27 साल बाद दिल्ली की सत्ता पर बीजेपी का कब्जा हो गया है. विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को मिली हार और बीजेपी की जीत कई मायनो में अहम है. इस जीत ने दिल्ली के ग्रामीण इलाकों में आम आदमी पार्टी के वर्चस्व को भी तोड़ दिया है.

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दिल्ली में बीजेपी ने 27 साल बाद हासिल की जीत.
दिल्ली में बीजेपी ने 27 साल बाद हासिल की जीत.

27 साल बाद दिल्ली की सत्ता पर बीजेपी का कब्जा हो गया है. विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को मिली हार और बीजेपी की जीत कई मायनो में अहम है. इस जीत ने दिल्ली के ग्रामीण इलाकों में आम आदमी पार्टी के वर्चस्व को भी तोड़ दिया है. 

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दरअसल, दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में 18 ऐसी सीटें हैं जिन्हें ग्रामीण इलाकों के रूप में समझा जाता है. इन 18 सीटों में से 13 सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमा लिया है. आप केवल 5 सीटों पर ही सिमट गई. बीजेपी की ग्रामीण इलाकों में जीत और लहर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने जिन 13 सीटों पर जीत हासिल की. उनमें 6 सीटें ऐसी थीं, जहां बीजेपी का वोट प्रतिशत 50 फीसदी से ज्यादा का था.

अब बात शहरी इलाकों की

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, शहरी इलाकों में भी बीजेपी का जलवा देखने को मिला. शहरी इलाकों की 52 सीटों में से 35 सीट पर बीजेपी को जीत मिली जबकि आप को 17 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा. 

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2015 और 2020 के चुनाव में क्या हाल था...

2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में आप ने ग्रामीण इलाकों में जबरदस्त प्रदर्शन किया था. 2015 में आप ने सभी 18 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि 2020 में 17 सीटों पर उसका कब्जा था. 2020 में आप ने कुल 62 सीटें हासिल की थीं. वहीं, 2013 के चुनाव में जब आप ने पहली बार चुनाव लड़ा था. तब भी ग्रामीण इलाकों में बीजेपी को 13 सीटें मिली थीं. कांग्रेस और बीजेपी को 2-2 सीटों से संतोष करना पड़ा था. 

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वोट प्रतिशत के लिहाज से समझें...

वोट प्रतिशत के लिहाज से समझें तो 2015 में आप को ग्रामीण इलाकों में करीब 56 फीसदी वोट मिले थे. उस वक्त बीजेपी को करीब 32 फीसदी वोट ही मिले थे. वहीं, 2020 में भी आप को करीब 53 फीसदी वोट ग्रामीण इलाकों से मिले थे. जबकि बीजेपी को 38 फीसदी वोट मिले थे. यानी बीजेपी को फायदा हुआ था.

इस बार के चुनाव में बिजवासन और मादीपुर पर सभी की नजर थी. बिजवासन कैलाश गहलोत की वजह से चर्चा में थी.क्योंकि वो आप का साथ छोड़कर महीनेभर पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे. हालांकि, उन्हें जीत मिली. लेकिन मादीपुर से चुनाव लड़ रहीं आप नेता राखी बिड़ला को हार का सामना करना पड़ा. राखी मंगोलपुरी से विधायक थीं. लेकिन इस बार उन्होंने मादीपुर से चुनाव लड़ा था.

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बता दें कि बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर 27 साल का वनवास खत्म किया है और सत्ता में वापसी की है. वहीं आप 22 सीटों पर सिमट गई. कांग्रेस को तीसरी बार कोई सीट नहीं मिली है. 

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