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'ये दिल्ली सरकार की नाकामी है', यमुना में बढ़े अमोनिया स्तर पर बीजेपी का पलटवार

दिल्ली बीजेपी के महासचिव और सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कहा कि अगर दिल्ली के जल उपचार संयंत्र यमुना में अमोनिया स्तर को नियंत्रित करने में असमर्थ हैं, तो इसका कारण दिल्ली सरकार की विफलता है, क्योंकि वे इन संयंत्रों को अपग्रेड करने में असमर्थ हैं.

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यमुना में बढ़ा अमोनिया का स्तर (तस्वीर: PTI)
यमुना में बढ़ा अमोनिया का स्तर (तस्वीर: PTI)

दिल्ली बीजेपी के महासचिव और सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कहा है कि दिल्ली सरकार के मंत्रियों को अपनी सरकार की नाकामियों की जिम्मेदारी बीजेपी शासित पड़ोसी राज्यों पर डालने की आदत हैं. उत्तर पश्चिम दिल्ली के सांसद ने कहा कि मंत्री सौरभ भारद्वाज द्वारा हरियाणा को अमोनिया स्तर बढ़ाने का दोषी ठहराने का बयान 'गलत और भ्रामक' है.

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'यमुना में गिरते हैं 30 अनियंत्रित नाले'

चंदोलिया ने कहा कि जैसे ही यमुना, हरियाणा से दिल्ली में पल्‍ला से प्रवेश करती है और वजीराबाद तक पहुंचती है, पानी पूरी तरह से साफ होता है और यह वैधानिक नियमों के अनुसार होता है. दुर्भाग्यवश, 30 से अधिक अनियंत्रित नाले यमुना में गिरने से पानी अत्यधिक प्रदूषित हो जाता है.

'ये दिल्ली सरकार की विफलता है'

उन्होंने कहा कि इसके अलावा, वजीराबाद जल उपचार संयंत्र में जल भंडारण तालाब में भी प्रदूषित बालू भरी हुई है, जो जल उपचार संयंत्र में प्रवेश करने वाले पानी में अमोनिया जैसे प्रदूषकों को बढ़ा देती है.

चंदोलिया ने कहा कि अगर दिल्ली के जल उपचार संयंत्र यमुना में अमोनिया स्तर को नियंत्रित करने में असमर्थ हैं, तो इसका कारण दिल्ली सरकार की विफलता है, क्योंकि वे इन संयंत्रों को अपग्रेड करने में असमर्थ हैं.

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यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर बढ़ा

दरअसल यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. पानी में अमोनिया का स्तर बढ़ने से दिल्ली के कई इलाके में जल संकट बढ़ गया है, जिसमें विशेष रूप से वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट प्रभावित हुआ है. दिल्ली जल बोर्ड की मानें तो पानी में अमोनिया का स्तर 5.00PPm से ज्यादा हो गया है. इसके वजह से जल बोर्ड ने पानी की आपूर्ति को रोक दिया है, जिससे राजधानी के कई क्षेत्रों पर इसका असर पड़ रहा है.

दिल्ली में पानी की किल्लत

वजीराबाद में पानी के ट्रीटमेंट की कमी की भरपाई करने के लिए अधिकारियों को अन्य वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से  वाजीराबाद और चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के प्रभावित होने से मजनू का टीला, अंतर-राज्य बस टर्मिनल (आईएसबीटी), नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) जोन, डिफेंस कॉलोनी, ग्रेटर कैलाश और वजीराबाद डब्ल्यूटीपी पर निर्भर आसपास के प्रमुख इलाकों पेयजल और पानी की किल्लत बनी हुई है.

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