आम आदमी पार्टी में मचे घमासान और आरोप-प्रत्यारोपों के बीच अगर कोई दल सबसे ज्यादा उत्साहित नजर आ रहा है तो वह है बीजेपी. कारण है आम आदमी पार्टी में मचे घमासान ने बीजेपी को न सिर्फ दिल्ली में फिर से अपनी खोई जमीन हासिल करने का मौका दे दिया है बल्कि आने वाले विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में आम आदमी पार्टी की संभावनाओं को भी धुमिल कर दिया है. हाल में हुए एमसीडी चुनावों में जीत के बाद बीजेपी वैसे भी उत्साहित है और अब विधानसभा के अगले चुनाव में दिल्ली जीतने के अभियान को तेजी मिल सकती है. बीजेपी को दिल्ली के अलावा पांच और राज्यों में भी इस घमासान से फायदा होने की उम्मीद है.
1. गुजरात
पीएम मोदी और अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में इसी साल विधानसभा चुना होने हैं. अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पिछले दो साल से गुजरात में चुनावी रणनीति पर काम कर रही है. खासकर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर केजरीवाल बीजेपी को घेरते नजर आते थे. लेकिन अब खुद पर कैश लेने के आरोपों के बाद गुजरात में पार्टी की संभावनाओं को बड़ा झटका लग सकता है. इसके अलावा गुजरात में आम आदमी पार्टी को एक उम्मीद पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल से भी थी लेकिन हार्दिक अब शिवसेना के साथ हैं. ये आम आदमी पार्टी के लिए राज्य में डबल झटका है.
2. हिमाचल प्रदेश
गोवा और पंजाब में चुनाव लड़ने के बाद आम आदमी पार्टी की निगाह हिमाचल प्रदेश पर भी है जहां इसी साल चुनाव होने हैं. हिमाचल प्रदेश में अब तक के चुनावों में लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच रही है लेकिन आम आदमी पार्टी अपनी सक्रियता से वहां कांग्रेस की जमीन छीनने में जुटी हुई है. आम आदमी पार्टी हिमाचल में चुनाव में उतरे लेकिन कमजोर होकर तो बीजेपी को फायदा हो सकता है.
3. राजस्थान
हाल में आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास जब पार्टी में नाराज चल रहे थे तो उन्हें राजस्थान का प्रभारी बनाया गया है. गुजरात के बाद बीजेपी के लिए आने वाले वक्त में राजस्थान का विधानसभा चुनाव सबसे अहम है. अब AAP में मचे कलह से बीजेपी के लिए चुनौतियां भी कम होंगी.
4. महाराष्ट्र
नीतिन गडकरी की कंपनियों के मामले को लेकर महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने की शुरुआती कोशिशों के बाद अब आम आदमी पार्टी खुद के घमासान से जूझ रही है. महाराष्ट्र में पार्टी के शुरुआती सदस्यों में शामिल अंजली दमानिया और मयंक गांधी जैसे लोग अब केजरीवाल के नेतृत्व के खिलाफ खड़े दिखते हैं. ऐसे में आने वाले वक्त में बीजेपी के लिए मुश्किलें कम होंगी.
5. पंजाब
पंजाब में भले ही बीजेपी की सहयोगी अकाली दल चुनाव हार गई हो लेकिन बीजेपी को अपने लिए अगर राज्य में भविष्य में जगह बनानी है तो आम आदमी पार्टी में मचे घमासान से उसे फायदा हो सकता है. कांग्रेस अब राज्य की सत्ता में है और आम आदमी पार्टी 20 सीटें जीतकर विपक्ष में खड़ी है लेकिन आम आदमी पार्टी में मचे घमासान में पंजाब AAP यूनिट भी बंटी हुई नजर आ रही है. घुघ्घी से कमान लेकर अब भगवंत मान को दे दिया गया है. इससे पहले घुघ्घी के नेतृत्व में 20 विधायकों ने कुमार विश्वास के पक्ष में चिट्ठी लिखी थी. पंजाब में बीजेपी को अपनी जगह बनाने के लिए आप में पड़ी फूट से मदद मिल सकती है.