दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूर्ण राज्य के मुद्दे को लेकर 1 मार्च से भूख हड़ताल करने का ऐलान किया है. इस पर दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने सोमवार को कहा कि इस बार केजरीवाल को अनशन स्थल से उठने नहीं दिया जाएगा.
मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को अनशन पर बैठने दीजिए लेकिन इस बार उन्हें भागने नहीं देंगे, बल्कि दिल्ली बीजेपी के कार्यकर्ता और नेता भी केजरीवाल के अनशन स्थल के चारों तरफ बैठेंगे जिससे वो कहीं भागे नहीं. तिवारी ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ी तो बीजेपी के कार्यकर्ता अनशन स्थल के चारों तरफ तार फेसिंग करेंगे. जिससे केजरीवाल अनशन से तब तक ना उठ पाएं जब तक कि दिल्लीवालों के वादे को पूरा न कर दें. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने बहुत बर्दास्त कर लिया. इस बार बीजेपी कार्यकर्ता अनशन से तब तक नहीं उठने देंगे जब तक वो ये नहीं बताते कि दिल्ली से किए वादों का क्या हुआ.
मनोज तिवारी ने कहा, केजरीवाल बताएं कि आखिर वाईफाई लगाने से किसने रोका था. 5 हजार बसें खरीदने और सीसीटीवी लगाने से किसने रोका. मनोज तिवारी यहीं नहीं रुके उन्होंने साफ तौर पर कहा कि केजरीवाल की नौटंकी अब दिल्ली में चलने नहीं देंगे.
शीला दीक्षित बोलीं- इतने ही पावर में अच्छे से दिल्ली चलाकर दिखाई
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज तक से खास बातचीत में कहा कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पास उनसे कहीं ज़्यादा पावर थी. लेकिन शीला दीक्षित ने इनकार करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल का यह सब बहाना है, जितनी पावर मेरे पास थी उतनी ही उनके पास है. अरविंद केजरीवाल की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर शीला ने कहा कि पिछली बार जब वो विधानसभा चुनाव लड़े थे तब भी उन्होंने पूर्ण राज्य का मुद्दा उठाया था अब चुनाव के वक़्त उन्हें यह मुद्दा फिर से याद आ रहा है.
एक तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री हर मंच पर कांग्रेस से गठबंधन की बातचीत का ज़िक्र करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ शीला दीक्षित ने इसके ठीक उलट जवाब दिया. शीला दीक्षित ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस से गठबंधन के लिए कभी नहीं बोला. शीला ने कहा कि गठबंधन के बारे में मुझसे कभी कोई बात नहीं हुई.