दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने गुरुवार को अपना बजट पेश किया. केजरीवाल सरकार के इस बजट को बीजेपी विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने 10 में से 0 अंक दिए हैं. उन्होंने कहा कि बजट के नाम पर मजाक किया गया है यह एक नॉन सीरियस बजट है जो कि एक नॉन सीरियस वित्त मंत्री ने पेश किया है. उन्होंने कहा कि यह एक मैनेजमेंट एक्सपर्ट बजट है, जमीनी बजट नहीं है.
सिरसा ने आप सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग अस्पताल देने की बजाय बेड पर आ गए हैं, झुग्गी देने की बजाय शौचालय देने पर आ गए हैं, स्कूल में क्लास रूम की जगह टीचर Room देने पर आ गए हैं.
उन्होंने कहा कि हर साल बजट में कहते हैं हम नया काम करेंगे, लेकिन पिछली बातें भूल जाते हैं. उन्होंने सरकार पर सवाल दागा और पूछा कि पिछले साल से अबतक आखिर कौन-सा काम पूरा हुआ है. 2700 करोड़ पानी के लिये रखा है जबकि 27000 करोड़ रखना था. दिल्ली में एक भी अस्पताल नहीं लाए हैं, दिल्ली मेट्रो में लोगों को सब्सिडी दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि जल बोर्ड के 47 फीसदी पानी का सरकार के पास कोई हिसाब नहीं है.
सिरसा ने कहा कि बजट लोगों के लिए नहीं है वाहवाही लूटने के लिए है. जो बजट यहां कहा जाता है उस अमाउंट को खर्च करने की भी क्षमता सरकार में होनी चाहिए, पहले बजट के अमाउंट यह लोग कुछ और रखते हैं और बाद में उसे बदल देते हैं. उन्होंने कहा कि बिजली-पानी की सब्सिडी लोगों का पैसा है, यह पैसा रिलायंस को दे रहे हैं हमारा पैसा ही प्राइवेट कंपनी को दिया जा रहा है. दिल्ली में कोई नई कॉलोनी नहीं बनी है कोई नई लाइन नहीं बनी है कोई नया एरिया नहीं बसा है.
सिरसा बोले कि अफसर और चीफ सेक्रेटरी की लड़ाई में काम नहीं होगा. इन्होंने LG का नाम इसलिए लिया है क्योंकि उन्हें पता है कि यह ऐसा प्रावधान बनाकर भेजेंगे कि इनकी फाइल रोक देंगे जब इन्हें पार्टी ऑफिस लेना होता है तब फ़ाइल सही देते हैं ताकि LG स्वीकृति दे दें.
सिरसा ने आरोप लगाया कि जब केजरीवाल बंगला लेते हैं तो वह फाइल सही बनवाते हैं ताकि LG स्वीकृति दे दें, सत्येंद्र जैन अपनी बेटी को नौकरी लगवाने के लिए सही फाइल बनवाते हैं और LG उसे स्वीकृत कर देते हैं मगर जब इन्हें काम नहीं करना होता है तो जानबूझकर गलत फाइल बना देते हैं और फिर उसका दोषारोपण LG पर कर देते हैं.