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ओपी शर्मा पूरे सत्र के लिए सदन से सस्पेंड, अब 4 दिसंबर तक सेशन

दिल्ली की सियासत में एक बार फिर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच घमासान शुरू हो गया है. AAP विधायक अलका लांबा पर बीजेपी विधायक ओपी शर्मा की टिप्पणी के खि‍लाफ सदन से लेकर सड़क तक खासा बवाल मचा है. विधायकों के प्रदर्शन को देखते हुए शर्मा को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. वहीं इस बीच विधानसभा के शीतकालीन सत्र को चार दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है.

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विधानसभा परिसर में प्रदर्शन करतीं अलका लांबा और अन्य विधायक
विधानसभा परिसर में प्रदर्शन करतीं अलका लांबा और अन्य विधायक

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दिल्ली की सियासत में एक बार फिर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच घमासान शुरू हो गया है. AAP विधायक अलका लांबा पर बीजेपी विधायक ओपी शर्मा की टिप्पणी के खि‍लाफ सदन से लेकर सड़क तक खासा बवाल मचा है. विधायकों के प्रदर्शन को देखते हुए शर्मा को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. वहीं इस बीच विधानसभा के शीतकालीन सत्र को चार दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है.

गुरुवार को दिनभर चले सियासी संग्राम में पहले तो आम आदमी पार्टी की महिला विधायकों ने स्पीकर के वेल के सामने धरना दिया, जिसके बाद ओपी शर्मा को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. इस फैसले के खिलाफ ओपी शर्मा सदन के बाहर धरने पर बैठ गए, लेकिन अलका लांबा शर्मा की गिरफ्तारी और सदस्यता रद्द करने की मांग पर अड़ी हैं.

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गौरतलब है कि इससे पहले 27 नवंबर तक चलने वाले विधानसभा सत्र में ओपी शर्मा को दो दिन के लिए सस्पेंड किया गया था. लेकिन AAP विधायकों के दबाव में स्पीकर रामनिवास गोयल ने उन्हें पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है. सदन के अंदर धरना देने से पहले अलका लांबा समेत 6 विधायकों ने सदन के ठीक बाहर पोस्टर लेकर धरना दिया.

शर्मा ने लगाया मनमानी का आरोप
खास बात यह है कि सदन के बाहर धरना देने के बाद जब AAP की महिला विधायकों ने स्पीकर के सामने धरना दे दिया, तो उन्होंने ओपी शर्मा के निलंबन का ऐलान किया. लेकिन इसके कुछ देर बाद ही विधायकों ने ओपी शर्मा को जेल भिजवाने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. दूसरी तरफ, अपने निलंबन के खि‍लाफ विधानसभा परिसर में धरने पर बैठ ओपी शर्मा ने केजरीवाल और उनके विधायकों पर मनमानी का आरोप लगाया है.

प्रदर्शन के जवाब में प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को ओपी शर्मा के घर के बाहर प्रदर्शन किया था, जिसके जवाब में बीजेपी नेताओं ने विधानसभा के सामने प्रदर्शन किया. इस दौरान बीजेपी नेताओं ने विधानसभा में घुसने की भी कोशिश की. हालांकि उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया. बीजेपी का कहना है कि आम आदमी पार्टी के विधायक सदन के अंदर संख्या बल के आधार पर दबाव बनाते हुए मनमानी करते हैं और जनता से किए गए वादे पूरे नहीं कर रहे.

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बता दें कि ओपी शर्मा ने अलका लांबा के खिलाफ बयान देने के बाद हंगामा बढ़ने पर सफाई भी दी थी. उन्होंने कहा था कि उनकी बात का AAP विधायकों ने गलत मतलब निकाला है. बात नाइट शेल्टर होम से शुरू हुई थी, जिसे लेकर उन पर निजी हमले किए गए थे.

क्या कहा था अलका लांबा को ओपी शर्मा ने
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओपी शर्मा ने सदन में अलका लांबा को रातभर घूमने वाली औरत कहा. बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता का आरोप है कि अलका लांबा ने ओपी शर्मा पर हमला किया और सदन के अंदर उनको थप्पड़ जड़ने की कोशि‍श की. इस पूरे मामले को लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमें इस तरह का बर्ताव नहीं करना चाहिए, नेताओं को अपने सदस्यों के बर्ताव के लिए जिम्मेदारी लेनी चाहिए.

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