scorecardresearch
 

उदित राज ने दिल्ली सरकार के बजट को बताया एंटी दलित, कहा- दलित विरोधी हैं केजरीवाल

उदित राज ने कहा, 'दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कांग्रेस की तरह ही दलित विरोधी हैं. उनकी सरकार ने अब तक अपने दोनों ही बजट में दलितों की भलाई के लिए अनिवार्य संवैधानिक योजना के मद में धन खर्च करने से इनकार किया है.'

Advertisement
X
बीजेपी सांसद उदित राज
बीजेपी सांसद उदित राज

Advertisement

बीजेपी सांसद उदित राज ने दिल्ली सरकार के बजट को 'एंटी बजट' करार दिया है. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि 'आप' सरकार ने एसटी/एससी कोटे में बजट का सिर्फ 3.5 फीसदी हिस्सा दिया है. यही नहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की तरह केजरीवाल भी दलित विरोधी हैं.

उदित राज ने कहा, 'दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कांग्रेस की तरह ही दलित विरोधी हैं. उनकी सरकार ने अब तक अपने दोनों ही बजट में दलितों की भलाई के लिए अनिवार्य संवैधानिक योजना के मद में धन खर्च करने से इनकार किया है. एक साल से अधि‍क समय के कार्यकाल में भी केजरीवाल सरकार ने दलित समाज के लिए कोई काम नहीं किया और न ही कोई योजना दी.'

केजरीवाल ने दलित समाज को दिया धोखा
बीजेपी सांसद ने आगे कहा, 'सरकार ने दलितों के मद में जो भी पैसा दिया उसमें से अधि‍कतर 2015-16 में खर्च हो गया. दलित समाज ने 2015 के चुनाव में केजरीवाल पर भरोसा किया था, लेकिन आज उनके साथ धोखा हो रहा है. दिल्ली में दलित युवओं को उचित शिक्षा और रोजगार की सुविधा से वंचित रखने वाले मुख्यमंत्री देश के चारों ओर दलित और अन्य युवाओं को सपने बेचने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे देखकर दिल्ली के युवा आश्चर्यचकित हैं.'

Advertisement

उन्होंने कहा कि केजरीवाल अब पंजाब में दलित समाज को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली का दलित समाज ऐसा होने नहीं देगा.

3460 करोड़ की जगह मिले 715 करोड़
उदित राज ने कहा कि दिल्ली सरकार ने 2016-17 के लिए 46600 करोड़ का बजट पेश किया है. इसमें 20600 करोड़ प्लान बजट है. जनसंख्या के लिहाज से दिल्ली में अनुसूचित जाति के लिए 3460 करोड़ रुपये का आवंटन होना चाहिए, लेकिन असल में सिर्फ 715.17 करोड़ आवंटित किया गया. जबकि यह पिछले साल के आवंटन के मुकाबले भी 92.15 करोड़ कम है.

'आप' सरकार पर आरोपों का सिलसिला आगे बढ़ाते हुए बीजेपी सांसद ने कहा, '2014-15 में जो फंड दिया गया, उसमें से भी 23 फीसदी धन को खर्च नहीं किया गया है. 2014-15 में इस ओर 709.87 करोड़ का फंड आवंटित किया था, लेकिन इसमें से सिर्फ 545.96 करोड़ ही खर्च किया गया. इस तरह 163.91 करोड़ लैप्स हो गया.'

Advertisement
Advertisement