बीजेपी सांसद विजय गोयल के यूपी-बिहार पर दिए विवादास्पद बयान पर बवाल शुरू हो गया है. गोयल ने कहा था कि दिल्ली की समस्या के समाधान के लिए बिहार-यूपी से आने वाले प्रवासियों के प्रवाह पर रोक लगाने की जरूरत है.
अपने विवादित बोल पर बवाल मचने के बाद विजय गोयल ने शुक्रवार को सफाई पेश की. गोयल ने कहा कि उन्होंने राज्यसभा में जो बयान दिया था, उसे तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है.
दूसरी ओर, कांग्रेस नेता महाबल मिश्रा ने कहा कि अब दिल्ली को विजय गोयल के रूप में दूसरा राज ठाकरे मिल गया है. उन्होंने कहा कि गोयल राज्यसभा में यह बता रहे थे कि हर साल पूर्वांचल से करीब 6 लाख प्रवासी आते हैं, जिन्हें वहीं रोका जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली किसी के बाप की नहीं है.
विजय गोयल ने कहा था, 'हर दिन एक नया प्रवासी दिल्ली आता है. वे अधिकांश बिहार और यूपी से होते हैं. वे यहां आते हैं, क्योंकि उन्हें अपने राज्य में रोजगार का अवसर नहीं मिलता.' उन्होंने दिल्ली के बजट पर राज्यसभा में चल रही चर्चा के दौरान यह बात कही.
विजय गोयल ने कहा, 'ये प्रवासी झुग्गियों में रहते हैं, जो बाद में अवैध कॉलोनी बन जाती है. अगर हमें दिल्ली की समस्या का समाधान करना है, तो हमें प्रवासियों के प्रवाह को रोकना होगा.' उन्होंने प्रवासियों को रोकने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय की शाखा अन्य राज्यों में खोलने का भी सुझाव दिया.
उन्होंने कहा, 'यहां हर साल छात्र-छात्राएं आते हैं, क्योंकि उनके राज्यों में अच्छे कॉलेज नहीं है. हम इस प्रवाह को रोकने के लिए अन्य राज्यों में कॉलेज की शाखाएं खोल सकते हैं.'
गौरतलब है कि लोकसभा में बुधवार को दिल्ली का बजट पारित हुआ. दिल्ली में अभी राष्ट्रपति शासन लागू है.