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दिल्ली: घोषणापत्र से पहले जनता की राय लेगी बीजेपी

बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले अपने घोषणापत्र के लिए पूरी तैयारी कर रखी है. पार्टी ने तय कर लिया है कि दिल्ली में घोषणापत्र जारी करने से पहले दिल्ली को टटोला जाएगा यानी हर कोने, हर तबके के लोगों से राय ली जाएगी, सुझाव मांगे जाएंगे.

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बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले अपने घोषणापत्र के लिए पूरी तैयारी कर रखी है. पार्टी ने तय कर लिया है कि दिल्ली में घोषणापत्र जारी करने से पहले दिल्ली को टटोला जाएगा यानी हर कोने, हर तबके के लोगों से राय ली जाएगी, सुझाव मांगे जाएंगे.

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विरोधी को उसकी ही चाल से चित करो, कुछ यही रणनीति बीजेपी की दिल्ली में है. आम आदमी पार्टी को दिल्ली में पीटने के लिए बीजेपी उसके ही नक्शेकदम पर चल रही है. पार्टी ने दिल्ली में अपना घोषणापत्र बनाने के लिए जनता को जनार्दन की भूमिका में बिठा दिया है. यानी जन जन के मन की बात सुनकर उन्हें घोषणा पत्र में पिरोया जाएगा.

बीजेपी 8 दिसंबर से महिलाओं, छात्रों, वकीलों, व्यापारियों, अल्पसंख्यकों, झुग्गी में रहने वालों, शहरी गांव वालों और यमुना पार वालों से बैठक करेगी. पार्टी उनकी समस्याएं सुनेगी, उम्मीदें जानना चाहेगी. एनजीओ और जानकारों की राय भी ली जाएगी, इसके बाद घोषणा पत्र तैयार किया जाएगा. दिल्ली के कुछ लोकप्रिय ठिकानों पर चिट्ठियों के बक्से भी रखे जाएंगे, ताकि लोग अपने विचार लिखकर वहां डाल सकें.

पार्टी जल्द ही घोषणा पत्र कमेटी का पुनर्गठन करने वाली है. ढर्रे से अलग कमेटी में 14 सदस्य होंगे. दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश विधूड़ी और जगदीश मुखी जैसे नेताओं को भी इस कमेटी में शामिल किया जाएगा. बीजेपी की नजर उन इलाकों पर गड़ी हुई है जहां आम आदमी पार्टी का मजबूत जनाधार है. पिछड़ी जाति के लोगों से भी संपर्क साधा जाएगा क्योंकि सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी उन्हें अपनी ओर खींच नहीं पाई है.

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हालांकि आम आदमी पार्टी को भरोसा है कि नकल करने से किसी का उद्धार नहीं हो सकता. आप नेता अशीष खेतान कहते हैं, 'नकल करने से अकल नहीं आती.'

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