आम आदमी पार्टी की सरकार जब से दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुई है तब से राजधानी में आरोप प्रत्यारोप की राजनीति तेज हो गई है. पहले आम आदमी के नाम पर मोहल्ला क्लीनिक और अब आम आदमी बस चलाने पर एक बार फिर आम आदमी पार्टी अपनी राजनीति के लिए कटघरे में खड़ी हो गई है.
दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने आम आदमी के नाम पर बस चलाने का ऐलान किया है. ऐसे में विरोधी पार्टी बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के इस कदम को पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित बताया है. दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि 'अगर ये आम आदमी की बस है तो बाकि की बसें क्या हैं? उसमे क्या कोई खास लोग सफर करते हैं.
वोट बैंक की राजनीति का आरोप
इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि 'ये केजरीवाल की सरकार सिर्फ वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं. इसीलिए 'आप' सरकार हर चीज के साथ अपना नाम जोड़कर एक
वर्ग विशेष को खुश करने की कोशिश करती रहती है.' इस तरह से बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर राजनीति करने का आरोप लगाया और आप पार्टी की इस आम
आदमी बस का जमकर विरोध किया.
आए दिन सरकार पर उठते सवाल और नए-नए बवाल आम आदमी पार्टी के लिए कोई नई बात नही हैं. लेकिन इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप राजनीति को हवा देने का काम करते हैं.
राजनीति की नई स्क्रिप्ट लिख रही है आम आदमी पार्टी
आम आदमी पार्टी के आधा दर्जन से ज्यादा विधायकों ने अपनी सुरक्षा को लेकर स्पीकर राम निवास गोयल को खत लिखा है. ऐसे में विरोधी दल बीजेपी ने इस बात पर
आपत्ति जताते हुए कहा कि मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए आम आदमी पार्टी और उनके विधायक आए दिन ऐसे हथकंडे अपनाते रहते हैं. जनता के बिजली
पानी, सड़कों के गड्ढों और वाटर लॉगिंग की समस्या को दूर करने के बजाए ये लोग अपनी सुरक्षा के लिए खत लिख रहे हैं.
इस पार्टी में महिलाएं सुरक्षित नहीं
बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने केजरीवाल सरकार के पिछले रिकॉर्ड्स को याद दिलाते हुए कहा कि 'इस पार्टी में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. विधायक आए दिन किसी बवाल में फंसे रहते हैं. अब ऐसे में आम आदमी पार्टी अपनी सुरक्षा के लिए कैसे आशंका जता सकती है.' इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि 'ये सरकार आए दिन पुलिस के काम पर उंगली उठाती है और अब अपनी सुरक्षा के लिए खत लिख कर ये लोग राजनीति की नई स्क्रिप्ट लिख रहे हैं.'