दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर राजनीति जारी है. आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस जहां दोबारा चुनाव की मांग कर रहे हैं तो वहीं बीजेपी सरकार बनाने के समीकरण में उलझी नजर आ रही है. इस बीच बीजेपी के सरकार बनाने की कोशिशों को दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का समर्थन मिला है.
शीला दीक्षित ने गुरुवार को कहा कि पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में है तो ये अच्छी बात है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता और हाल ही में केरल के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाली शीला दीक्षित ने कहा, 'लोकतंत्र में चुनाव के दौरान चुनी गई सरकार बेहतर विकल्प होती है. क्योंकि वो राज्य के लोगों को रिप्रेजेंट करती है. अगर बीजेपी सरकार बनाने की स्थिति में है तो ये अच्छी बात है.'
उन्होंने कहा, 'अगर दिल्ली बीजेपी प्रेसिडेंट ने दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर बयान दिया है तो उन्होंने जिम्मेदारी के साथ ही ऐसा किया होगा.'
शीला दीक्षित के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली बीजेपी के चीफ सतीश उपाध्याय ने कहा, 'एक नेता के तौर पर उनका बयान परिपक्व और गंभीर है.' उन्होंने कहा, 'शीला जी वरिष्ठ नेता हैं और संवैधानिक प्रक्रिया जानती हैं. मैं इस बयान के लिए उनकी तारीफ करता हूं.'
कांग्रेस शीला दीक्षित के इस बयान से खुश नहीं है. दिल्ली कांग्रेस नेता मुकेश शर्मा ने कहा, 'शीला जी का बयान सुनकर हम हैरान हैं, हमें लगता है कि ये उनका अपना मत है. इस मामले में कांग्रेस का स्टैंड अलग है. हम चाहते हैं कि दिल्ली में दोबारा चुनाव हों और बीजेपी को सरकार बनाने न दिया जाए.'
वहीं दिल्ली कांग्रेस चीफ अरविंदर सिंह लवली ने कुछ दिन पहले कहा था, 'अगर बीजेपी के पास सीटे होतीं तो उनका स्वागत था लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो पार्टी को बताना चाहिए कि उसे कौन समर्थन दे रहा है.'
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 31 सीटें जीती थीं, लेकिन उनके विधायकों की संख्या 28 हो गई जब हर्ष वर्धन, रमेश बिधुरी और परवेश वर्मा ने लोकसभा में चुने जाने के बाद असेंबली से इस्तीफा दे दिया था.