लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन महीने हैं. लिहाजा सभी पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं. इसी मद्देनजर बीजेपी अब दिल्ली के सातों संसदीय क्षेत्र में सर्वे कराने जा रही है ताकि जनता के मूड को समझा जा सकें.
बीजेपी ने 2014 में दिल्ली के सभी सात सीटों पर जीत हासिल की थी लेकिन 2019 में इस जीत को दोहराने के लिए भाजपा चुनौतियों का सामना कर रही है. ये सर्वे सितंबर के दूसरे हफ्ते से शुरू हो सकता है जिसके लिए एक कंसलटेंट कंपनी को हायर करेगी.
इस सर्वे के जरिये न केवल इन सात सीटों के सांसदों के काम का पता चलेगा बल्कि पिछले साढ़े चार साल में भाजपा सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन और कार्यक्रमों के प्रभाव का भी पता चलेगा.
इस सर्वे में भाजपा सासंदों द्वारा किए गए कामों और लोगों तक उनकी पहुंच के संबंध में सवाल रहेंगे. भाजपा को दिल्ली में मुख्य तौर पर कांग्रेस और आप से चुनौती मिलेगी जिसको लेकर पार्टी कोई कोताही नहीं करना चाहती है.
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि बीजेपी में इस तरह के सर्वे इससे पहले भी दो बार हो चुके हैं. ये सांसदों के बारे में नहीं है बल्कि जनता के मूड को समझने के लिए है ताकि अगर कोई अच्छा काम हुआ है तो उसको और भी बेहतर किया जा सके. अगर कोई कमी हो तो तुरंत दुरुस्त किया जा सके क्योंकि अभी भी सात से आठ महीने का समय है.