यूं तो सियासी फॉर्मूला कहता है कि अगर आप लंबे वक्त से सत्ता में हैं, तो सत्ता विरोधी लहर को कमज़ोर करने का तरीका है कि चुनावी मैदान में उतारे जाने वाले चेहरे बदल दो, लेकिन दिल्ली बीजेपी इस बार पुराने चावलों पर ही अपना भरोसा जताने का संकेत दे रही है.
आजतक से खास बातचीत में दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इस बात का संकेत दिया है कि मौजूदा पार्षदों में से ज्यादातर एक बार फिर उसके चुनावी चेहरे होंगे.
आम आदमी पार्टी अपने 109 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है, जबकि बीजेपी अभी तक उम्मीदवारों के चयन का दायरा ही तय नहीं कर पायी है. लेकिन दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी का कहना है कि उन्हें पिछड़ने की चिंता नहीं है, क्योंकि उनके पास 150 से ज्यादा ऐसे पार्षद पहले से ही है, जो चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं.
यही नहीं पार्टी के पास ऐसे और भी लोग हैं, जिनके पास चुनाव लड़ने का अनुभव है, जो पहले भी एमसीडी का चुनाव लड़ चुके हैं. अगर इसे कोई इशारा समझा जाए, तो बीजेपी के उम्मीदवारों की लिस्ट में अनुभवी और पुराने चेहरों की भरमार हो सकती है.
यही नहीं तिवारी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि पहली लिस्ट में ही केजरीवाल की पार्टी की सच्चाई सामने आ गई है, जहां उनके ईमानदारी और पारदर्शिता के तमाम दावे धराशायी हो गए हैं, क्योंकि टिकट बंटवारे को लेकर जो झगड़ा सामने आया है, उससे तय है कि आम आदमी पार्टी में टिकट कैसे बंट रहे हैं.
मनोज तिवारी ने कहा कि विधायक के भाई ने जो मारपीट की है, उससे भी एक बार फिर आप का चेहरा बेनकाब हो गया है और मारपीट तो बहुत छोटी घटना है, इनके विधायक और मंत्री आपराधिक और हवाला के मामलों में फंस रहे हैं.
ऐसे में अब केजरीवाल और उनकी पार्टी दिल्ली की जनता के सामने एक्सपोज़ हो गए हैं. दिल्ली की जनता अब एमसीडी चुनाव में केजरीवाल को सबक सिखाएगी.