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BJP ने कहा, वोटर लिस्ट से नाम काटने की झूठी बात फैला रही AAP, CEC से करेंगे शिकायत

विजेंद्र गुप्ता के मुताबिक, शिष्टमंडल चुनाव आयोग से यह भी निवेदन करेगा कि आम आदमी पार्टी के संबंधित नेताओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत कार्यवाही की जाए.

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बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता (फोटो-आजतक आर्काइव)
बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता (फोटो-आजतक आर्काइव)

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भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की दिल्ली यूनिट ने रविवार को आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम काटे जाने का प्रोपगेंडा फैला रही है जिसकी शिकायत सोमवार को निर्वाचन आयोग से की जाएगी.

दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि सोमवार को भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल भारतीय निर्वाचन अयोग से भेंट कर एक ज्ञापन सौंपेगा. ज्ञापन के जरिये यह बताया जाएगा कि किस प्रकार आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की मतदाता सूची से 30 लाख नाम गायब होने का झूठा प्रोपगेंडा फैलाया है. उन्होंने कहा, 'आम आदमी पार्टी ने धर्म और जाति के नाम पर दिल्लीवासियों को गुमराह करने की पूरी कोशिश की है. इसलिए बीजेपी शिष्टमंडल भारतीय निर्वाचन आयोग से निवेदन करेगा कि आम आदमी पार्टी की राजनैतिक पार्टी के रूप में मान्यता रद्द की जाए और उसका चुनाव चिन्ह भी जब्त कर लिया जाए.'

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विजेंद्र गुप्ता के मुताबिक, शिष्टमंडल चुनाव आयोग से यह भी निवेदन करेगा कि आम आदमी पार्टी के संबंधित नेताओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत कार्यवाही की जाए. उन्होंने आगे कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब चुनाव आयोग की ओर से तथ्यात्मक आंकड़े दिए गए हैं, तब भी आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्डा और अन्य आला नेता सफेद झूठ को सच साबित करने में जुटे हुए हैं. उनको दिल्ली की जनता और चुनाव आयोग से माफी मांगनी चाहिए.'

विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि दिल्ली में 1,36,95,291 वोटर हैं. ये वोटर आगामी लोकसभा चुनावों में वोट डाल सकते हैं. 2014 के आम चुनावों के मुकाबले दिल्ली के वोटरों की संख्या में 7.78 प्रतिशत वृद्धि हुई है.

इससे पहले नवंबर में आम आदमी पार्टी ने निर्वाचन आयोग की आलोचना करते हुए कहा था कि मतदाता सूची से हटाए गए मतदाताओं के नामों की जांच महज एक नाटक है और दिल्ली के लोगों के साथ बिल्कुल मजाक है. 'आप' के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा, "मतदाताओं का नाम हटाया जाना वास्तव में सही था या नहीं, इसकी चुनाव आयोग के अधिकारियों की जांच की पूरी कवायद बिल्कुल मजाक है."

चड्ढा दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी के आदेश पर दक्षिणी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से करीब एक लाख वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं. इस शिकायत के बाद निर्वाचन आयोग ने लाल कुंआ और तुगलकाबाद के दो क्षेत्रों में अपने अधिकारी भेजे थे और मामले की विस्तृत जांच करने पर सहमति जताई थी. आम आदमी पार्टी का आरोप है कि निर्वाचन आयोग की ओर से जांच के लिए 11 टीमें बनाने के बावजूद आयोग के पास जो सूची है, वह उसकी वेबसाइट से अलग है.

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आम आदमी पार्टी के नेता चड्ढा यह भी कह चुके हैं कि 'चुनाव में जीत हासिल करने के हताशा भरे प्रयास के रूप में बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है और वह चुनाव में गड़बड़ी करने के लिए एजेंसियों पर दबाव बना रही है. चुनाव में हेरफेर करने की यह एक सोची समझी चाल का हिस्सा है. मतदाता सूची से नामों को हटाने के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है.'

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