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केजरीवाल सरकार की शराब नीति पर BJP हमलावर, दिल्ली में कराएगी जनमत संग्रह

बीते दिनों बीजेपी के आबकारी नीति पर सवाल उठाए जाने पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा था कि इनके नेताओं का कमीशन आना बंद हो गया है इसलिए ये बौखला गए हैं.

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दिल्ली में आबकारी नीति पर जनमत संग्रह कराएगी बीजेपी
दिल्ली में आबकारी नीति पर जनमत संग्रह कराएगी बीजेपी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली में नई आबकारी नीति पर AAP-बीजेपी आमने-सामने
  • आबकारी नीति के खिलाफ जनमत संग्रह कराएगी बीजेपी

दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति को लेकर बीजेपी और सत्ताधारी आम आदमी पार्टी आमने-सामने है. अब बीजेपी ने केजरीवाल पर हमला बोलने के लिए आबकारी नीति को लेकर राजधानी में जनमत संग्रह कराने का फैसला लिया है.

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इससे पहले बीजेपी आबकारी नीति के विरोध में बाइक रैली निकाल चुकी है और अब दिल्ली में शराब नीति के खिलाफ जनमत संग्रह कराएगी. 

जनमत संग्रह कार्यक्रम के तहत जगह-जगह पर नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की तस्वीर वाले पोस्टर लगाए गए हैं. खास बात ये है कि पोस्टर के जरिए बीजेपी ने आगामी निगम चुनाव को ध्यान में रखकर आम आदमी पार्टी की शराब नीति पर करारा हमला कर रही है.   

जनमत संग्रह कैंपेन के तहत राजधानी में जगह-जगह पोस्टर और बैनर लगाए जा रहे हैं जिसमें मोदी और नड्डी की तस्वीरों के साथ खासतौर पर दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता की भी तस्वीर लगाई गई है.  

आबकारी नीति

जनमत संग्रह को लेकर बीजेपी की तरफ से जो पोस्टर लगाए गए हैं उसमें आम आदमी पार्टी से सात सवाल पूछे गए हैं. बीजेपी ने पूछा है कि महिला सुरक्षा को खतरे में डालकर और युवाओं के भविष्य को तबाह करने की केजरीवाल सरकार की शराब नीति ठीक है क्या?

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पोस्टर में दूसरा सवाल धार्मिक स्थलों और स्कूल के निकट शराब की दुकानें खोलने को लेकर पूछा गया है. वहीं तीसरा सवाल धार्मिक त्योहारों और महापुरुषों की जयंतियों पर शराब के ठेके को खुले रखने के फैसले पर पूछा गया है.

इसके अलावा शराब के ठेकेदारों के कमीशन को 2 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी करने पर भी बीजेपी ने सवाल उठाए हैं और लोगों से पूछा है कि क्या ये फैसला सही है. ठेकों की संख्या को बढ़ाए जाने को लेकर भी बीजेपी ने सवाल खड़े किए हैं.

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