विकलांगों के बूथों का ताकतवर लोग कैसे इस्तेमाल कर रहे हैं, ये हैरान करने वाला है. कागजों में एलॉटी के नाम का हेर-फेर बड़ी आसानी से कर दिया जाता है और उसके बाद इन्हीं बूथों के जरिए बूथ माफिया अपना कारोबार शुरू कर देते हैं. विकलांग के हाथ आती है तो बस मायूसी. ताज्जुब यह है कि एमसीडी ने एक ही पते पर दर्जनों दुकानें दे दी हैं.
बूथ नंबर-1
एलॉटी- बाबूराम (विकलांग)
एलॉटी का पता- 6759, गली नंबर-3, ब्लॉक नंबर-10, देवनगर करोलबाग
प्राइम लोकेशन पर मौजूद ये बूथ करोलबाग के क्रॉसिंग सरस्वती मार्ग पर मौजूद है. कागजों में ये बाबूराम के नाम है, लेकिन अब इसका मालिकाना हक तरुण तेलवानी के नाम पर है. ट्रांसफर और म्यूटेशन भी उनके नाम पर है. कमाल की बात यह है कि बाबूराम और तरुण तेलवानी का पता भी एक ही है.
जब दिल्ली आजतक की टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि यहां पीसीओ बूथ तो नहीं लेकिन जूस की शॉप जरूर है. जब हमने हकीकत जानने की कोशिश की तो दुकान पर बैठे शख्स ने दुकान के मालिक के बारे में तो नहीं बताया, लेकिन दिल्ली आजतक के हाथ आए आरटीआई के जवाब से खुलासा हुआ कि तरुण तेलवानी दरअसल विष्णु कुमार सिंधी के बेटे हैं. यानी ये दुकान विष्णु कुमार सिंधी की है.
बूथ नंबर-2
एलॉटी-फकीरा सिंह (विकलांग)
एलॉटी का पता- 6759, गली नंबर-3, ब्लॉक नंबर-10, देवनगर करोलबाग
पता वही लेकिन यहां भी एलॉटी बदल गया. करोलबाग के गफ्फार मार्केट में मौजूद इस पीसीओ की हकीकत जानने के लिए दिल्ली आज तक की टीम पहुंची तो पता लगा कि विष्णु कुमार सिंधी इसका मालिक है और वह 25 साल से जूस की दुकान चला रहे हैं.
बूथ नंबर-3
एलॉटी-शीतला प्रसाद (विकलांग)
एलॉटी का पता- 6759, गली नंबर-3, ब्लॉक नंबर-10, देवनगर करोलबाग
इस पीसीओ बूथ में बैग की दुकान सजी है. छानबीन में पता लगा कि ये दुकान भी विष्णु कुमार की है.
बूथ नंबर-4
लुक्स ज्वैलर्स
एलॉटी—यंगबहादुर (विकलांग)
एलॉटी का पता- 6759, गली नंबर-3, ब्लॉक नंबर-10, देवनगर करोलबाग
कागजों में जिन पर टेलीफोन बूथ रन कर रहे थे हकीकत में वहां माफिया का कब्जा है और उसके आदमी व्यापार कर रहे हैं. आरटीआई से मिले जवाब के मुताबिक इस बूथ का मालिक भी विष्णु कुमार सिंधी है. सिर्फ करोलबाग जोन में ही ऐसे 16 बूथ हैं जिनका मालिक है विष्णु कुमार सिंधी है. दरअसल इस शख्स को इतनी महारथ हासिल है कि वो एलॉटी के रिकार्ड गायब करा देता है और बाद में उस एलॉमेंट को बेचने की बात करता है.
आपने गौर नहीं किया तो हम आपको फिर बता दें कि इन सभी दुकानों का मालिक तो एक है ही. एक ही पते पर दुकानें दर्ज हैं और वो पता है 6759, गली नंबर-3, ब्लॉक नंबर-10, देवनगर करोलबाग. ताज्जुब ये कि जिस पते पर एमसीडी ने दर्जनों पीसीओ बूथ का एलॉटमेंट कर दिया, उस पते पर कोई एलॉटी नहीं रहता. ये पता है विष्णु कुमार सिधी का जिसे खुद एमसीडी ने बूथ माफिया घोषित किया है.
इस घोटाले के लिए पहली नजर में एमसीडी पर भी अंगुलियां उठती हैं, लेकिन कमिश्नर नॉर्थ एमसीडी पी.के.गुप्ता कहते हैं, ‘मुझे जानकारी नहीं है, जांच कराएंगे.’ नॉर्थ एमसीडी के मेयर आजाद सिंह के अनुसार उन्हें भी इस मामले की जानकारी नहीं है और उन्होंने भी जांच की बात कही. एमसीडी में विपक्ष के नेता मुकेश गोयल कहते हैं, ’कोरलबाग में ही नहीं पूरी दिल्ली में है घपला.’
दिल्ली आजतक ने ऐसे ढे़र सारे विकलांगों से बात की, जिनकी दुकानों को बूथ माफिया ने हड़प लिया. अधिकतर ने तो माफिया के सामने हाथ खड़े कर दिए. लेकिन कुछ ने माफिया के खिलाफ खड़े होने की ठान ली. शारीरिक सीमाओं के बावजूद इनके हौसले की कोई सीमा न थी. हौसला कि समाज से थोड़ी मदद मिले तो किसी के मोहताज नहीं रहेंगे. लेकिन बूथ माफिया ने इनने हक पर ही डाका डाल दिया.
राम कुमार राय की उन बदनसीबों में से हैं जिनके बूथ को बूथ माफिया ने कब्जा कर लिया. राम कुमार राय के नाम पर भी पीसीओ बूथ एलॉट हुआ लेकिन बूथ माफिया ने कब्जा कर लिया. लेकिन राम कुमार ने हिम्मत नहीं हारी, उन्होंने बूथ पाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी और अपना हक लेकर ही माने. अब उन्होंने अपने जैसे बाकी लोगों को हक दिलान की मुहिम चला रखी है.
राम कुमार राय ने आरटीआई के तहत जानकारी जुटाई है कि विष्णु कुमार सिंधी ने एमसीडी अधिकारियों से मिलीभगत कर अपने एक ही पते पर 16 पीसीओ बूथ एलॉट करा लिए. ये सभी बूथ विकलांगों के लिए थे और वो पता है 6759, गली नंबर-3, ब्लॉक नंबर 10 देव नगर. राम कुमार राय ये बूथ सही हकदारों को दिलाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं.